अमित सूद। जोगिंद्रनगर
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला निवासी रियाज मोहम्मद ने मुख्यमंत्री स्टार्टअप स्कीम का लाभ उठाते हुए जड़ी-बूटियों एवं औषधीय पौधों से एक हर्बल वाइन तैयार करने में कामयाबी हासिल की है।
रियाज मोहम्मद जल्द ही अपने इस तैयार उत्पाद को मार्किट में उतारने की तैयारी कर रहे हैं। कोरोना महामारी के इस कठिन दौर में यह हर्बल वाइन एक इम्युनिटी बूस्टर का भी काम करेगी।
भारतीय चिकित्सा पद्धति अनुसंधान संस्थान जोगिंद्रनगर में राष्ट्रीय औषध पादप बोर्ड के क्षेत्रीय एवं सुगमता केंद्र-एक उत्तर भारत स्थित जोगिंद्रनगर में आयुर्वेद एवं औषधीय जड़ी-बूटियों पर आधारित नवोन्वेषी विचार एवं शोध के लिए सीएम स्टार्टअप स्कीम के तहत स्थापित इंक्यूबेशन केंद्र के सहयोग से चंबा के रियाज मोहम्मद ने अपनी कड़ी मेहनत व शोध तथा सीएम स्टार्टअप स्कीम की आर्थिक मदद से हर्बल वाइन को तैयार करने में यह बड़ी कामयाबी हासिल की है।
पूरी तरह से प्राकृतिक एवं औषधीय पौधों व जड़ी-बूटियों से तैयार यह हर्बल वाइन न केवल लोगों को एक वाइन का स्वाद देगी, बल्कि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का भी काम करेगी। बड़ी बात तो यह है कि इस हर्बल वाइन का विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं शोध संस्थानों में वैज्ञानिक विश्लेषण भी पूरा कर लिया गया है तथा शेष अन्य औपचारिकताओं के पूर्ण होते ही अब यह लोगों को उपलब्ध होने वाली है।
जब इस बारे इंक्युबेटर रियाज मोहम्मद से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय औषध पादप बोर्ड के क्षेत्रीय एवं सुगमता केंद्र-एक उत्तर भारत स्थित जोगिंद्रनगर के निदेशक डॉ. अरुण चंदन के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री स्टार्टअप स्कीम की आर्थिक मदद से वह अपने इस हर्बल प्रोडक्ट को तैयार करने में कामयाब हो पाए हैं।
उन्होंने बताया कि आयुर्वेद में आसव आरिष्ट तथा सूरा पर आधारित उत्पाद का जिक्र है, जो न केवल लीवर को मजबूत बनाते हैं, बल्कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाने का काम करते हैं। इसके अलावा पश्चिमी देशों के शोध में सुरा यानी वाइन को हर्ट के लिए भी बेहतर बताया गया है।