अमित सूद,जोगिंदर नगर।
एसडीएम जोगिन्दर नगर अमित मैहरा ने कहा कि किसी भी आपदा के समय स्थानीय लोगों की अहम भूमिका रहती है। ऐसे में पंचायत स्तर पर आपदा को लेकर स्थानीय लोगों का जागरूक होना बेहद जरूरी है ताकि समय रहते राहत व बचाव कार्य शुरू किये जा सके।
अमित मैहरा आज खंड विकास कार्यालय चौंतड़ा में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सौजन्य से आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे। तीन दिनों तक चलने वाली इस कार्यशाला में चौंतड़ा विकास खंड की चार पंचायतों भडयाड़ा, चौंतड़ा, पस्सल तथा टिकरी मुशैहरा के 60 प्रतिभागी भाग रहे हैं।
उन्होने कहा कि भूकंप सहित कई तरह की अन्य प्राकृतिक आपदाओं की दृष्टि से हमारा यह क्षेत्र संवेदनशील है, ऐसे में विभिन्न आपदाओं के दौरान शुरू किये जाने वाले राहत व बचाव कार्यों को लेकर स्थानीय ग्रामीणों का जागरूक रहना बेहद आवश्यक है। उन्होने कहा कि ग्रामीण स्तर पर कार्यशाला के उपरांत पंचायत स्तर पर 15-15 लोगों की एक टास्क फोर्स गठित की जाएगी जो न केवल किसी भी आपदा के वक्त कार्य करेगी बल्कि इनके माध्यम से विभिन्न आपदाओं से बचाव बारे भी लोगों को जागरूक किया जाएगा।
अमित मैहरा ने कहा कि भूकंप की दृष्टि से हमारा क्षेत्र अति संवेदनशील श्रेणी में शामिल है, ऐसे में भूकंपरोधी तकनीक पर आधारित लोग भवन निर्माण करें इस बारे लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। साथ ही आग, सडक़ दुर्घटना इत्यादि के दौरान स्थानीय स्तर पर उठाये जाने वाले कदमों की जानकारी भी टास्क फोर्स के सदस्यों को दी जाएगी। उन्होने कहा कि किसी भी आपदा प्रबंधन की शुरूआत हमारे घरों से हो जाती है। लोगों के जागरूक बनने से आपदा के दौरान होने वाले जान-माल के नुक्सान को कम किया जा सकता है।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मंडी के समन्वयक प्रदीप ठाकुर ने बताया कि तीन दिनों तक चलने वाली इस टास्क फोर्स कार्यशाला में प्रतिभागियों को राहत व बचाव कार्य, प्राथमिक उपचार तथा आग की घटनाओं से बचाव बारे जागरूक किया जाएगा।
इस मौके पर बीडीओ चौंतड़ा विवेक चौहान, डीडीएमए समन्वयक प्रदीप ठाकुर, सर्व समन्वयक अमरजीत सिंह, सर्व समन्वयक जोगिन्दर नगर योगराज भी मौजूद रहे।
इस मौके पर बीडीओ चौंतड़ा विवेक चौहान, डीडीएमए समन्वयक प्रदीप ठाकुर, सर्व समन्वयक अमरजीत सिंह, सर्व समन्वयक जोगिन्दर नगर योगराज भी मौजूद रहे।