- शस्त्र पूजन कर अखंड भारत का लिया संकल्प
- भारत को विश्व गुरू का दर्जा दिलाना संघ का उद्देश्य:महिधर
राजीव भनोट/कौशल।अम्ब : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा मंगलवार को विजय दशमी पर्व के उपलक्ष्य में उपमंडल मुख्यालय अंब में भव्य शस्त्र पूजन समारोह और पथ संचलन का आयोजन किया गया। इस माैके पर मुख्य अतिथि के रूप में रिटायर्ड जिला एवं सत्र न्यायधीश ओम प्रकाश शर्मा ने शिरकत की।
वहीं संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख महिधर प्रसाद कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पधारे। जिला संघ चालक यशपाल कंवर भी कार्यक्रम में विशेष रूप से मौजूद रहे। कार्यक्रम में जुटे सभी कार्यकर्ताओं और स्वयं सेवकों ने सबसे पहले शस्त्र पूजन किया। वहीं कार्यकर्ताओं ने देश भक्ति से प्रेरित गीत और कविताएं भी प्रस्तुत की। मुख्य वक्ता महिधर ने अपने बौद्धिक में संघ के स्थापना दिवस से लेकर आज तक किए गए तमाम कार्याें का विवरण देते हुए संघ का शब्द चित्रण किया। उन्होंने बताया कि 1925 काे आज ही के दिन विजय दशमी पर्व पर डॉ. केश्व बलिराम हेडगेवार ने संघ की स्थापना की थी।
महिधर ने बताया कि संघ की स्थापना के बाद व्यायामशालाएं लगती थीं, जिन्हें अलग-अलग नाम दिए जाते थे। लेकिन वर्ष 1926 में इसे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का नाम दिया गया। जिसके बाद शाखाओं की नियमितता बनाई गई। उन्होंने कहा संघ में मनाए जाने वाले छह पर्वाें में विजय दशमी इसलिए भी अहम है क्योंकि इस दिन संघ की स्थापना हुई थी। उन्होंने कहा कि आज का भारत खंडित भारत है। पराधीनता की बेड़ियों में आने पूर्व भारत अखंड हुआ करता था, उस समय अखंड भारत विश्व गुरू भी रहा है।
लेकिन आज के समय में भारत खंडित हो चुका है। उन्होंने कहा कि भारत को फिर से अखंड बनाना और विश्व गुरू का दर्जा देना संघ का स्वपन और उद्देश्य है। इस मौके पर जिला कार्यवाह शिवनाथ, जिला प्रचार ज्ञान चंद, सुभाष वशिष्ट, मदन धीमान, अश्वनी धीमान, सतवीर, रमेश चौधरी, संजीव कुमार, संजीव डडवाल, राकेश सूरज, अनिल भारद्वाज, राजेंद्र कुमार, सुनील िमंटू, राकेश चड़्ढा, रविंद्र जसरोटिया, विजय कुमार, मलकीयत, दिलबाद, वीरेंद्र, राम सिंह, भूदेव लखनपाल, दीपक शर्मा, हरीश खजूरिया समेत करीब 750 स्वयंसेवक व कार्यकर्ता व अन्य लोग मौजूद रहे।