जय प्रकाश। संगड़ाह
उपमंडल मुख्यालय से 3 किलोमीटर दूरी पर बोरली मोड़ पर हुए कार हादसे के तीसरे मृतक 20 वर्षीय विकास को अस्पताल पहुंचाने वाले स्थानीय लोगों के अनुसार यदि उसे समय पर एंबुलेंस अथवा ऑक्सीजन मिलती तो संभवतः उसकी जान बच जाती।
हादसे में हांलाकि शिवपुर गांव के पिता-पुत्र की हालांकि घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई थी, मगर सहारनपुर के विकास ने संगड़ाह से रेफर किए जाने के बाद मेडिकल कॉलेज नाहन पहुंचने से पहले दम तोड़ दिया। संगड़ाह अस्पताल से रेफर किए गए विकास व सुनील दत्त के साथ मौजूद रामेश्वर तथा अन्य स्थानीय अन्य लोगों ने बताया कि दोनों घायलों को मंगलवार रात करीब 12 बजकर 50 मिनट पर मेडिकल कॉलेज नाहन रेफर पर किया गया।
28 वर्षीय सुनील दत्त को हालांकि एक निजी गाड़ी से डेढ़ घंटे से पहले नाहन पहुंचाया गया, मगर 20 वर्षीय वेल्डर विकास को डॉक्टर ने ऑक्सीजन वाली एंबुलेंस में भेजने का सुझाव दिया। संगड़ाह अस्पताल में 108 एंबुलेंस पिछले 2 माह से ज्यादा समय से बंद होने तथा अस्पताल की अपनी एंबुलेंस को दवाइयों की सप्लाई के काम में लगाए जाने के चलते घायल विकास को समय पर इलाज अथवा ऑक्सीजन नहीं मिल सकी।
स्थानीय लोगों द्धारा संगड़ाह से करीब 8 किलोमीटर दूर राइचा तक जहां उसे निजी गाड़ी से ले जाया गया, वहीं इसके बाद ददाहू अस्पताल की एंबुलेंस उसे लेकर गई। समय पर एंबुलेंस न मिलने के चलते घायल को संगड़ाह से मात्र 63 किलोमीटर दूर नाहन पहुंचाने में 3 घंटे लग गए। सुबह करीब 4 बजे मेडिकल कॉलेज पहुंचने के दौरान उसकी मृत्यु हो चुकी थी।
संगड़ाह अस्पताल में गत 6 फरवरी से जहां 108 एंबुलेंस सेवा बंद है, वही एक्स-रे सुविधा कईं साल से बंद है। यहां मौजूद एक स्वास्थ्य अधिकारी के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अब केवल एक डॉक्टर लगातार 24 घंटे ड्यूटी कर रहे हैं।
सीएचसी संगड़ाह में तैनात डॉ. मंजीत ने बताया कि उन्होंने प्राथमिक उपचार के बाद समय रहते घायलों को रेफर कर दिया था। उन्होने कहा कि अस्पताल की अपनी एंबुलेंस इन दिनों करना वैक्सीनेशन तथा दवाओं की सप्लाई आदि कामों में लगी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिरमौर डॉ. केके पराशर ने बताया कि संगड़ाह अस्पताल में नई एंबुलेंस आनी है। उन्होंने कहा कि फिलहाल दादाहु में कार्यरत 108 एंबुलेंस को सप्ताह में निर्धारित 2 दिन संगड़ाह में रखे जाने की व्यवस्था की गई हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अनुसार उक्त हादसे के घायलों को एंबुलेंस न मिलने संबंधी शिकायत उन्हें नहीं मिली है।