जय प्रकाश। संगड़ाह
सिरमौर जिला की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार में दूसरे दिन मंगलवार को भी बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा। खराब मौसम तथा यात्रा पर प्रशासन द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद कई श्रद्धालु चूड़धार की तरफ जाते भी दिखे और आधे रास्ते से वापस नौहराधार लौट आए। बाहरी राज्यों के कुछ पर्यटक भी नौहराधार में ही रुकने का मन बना रहे हैं।
इनका कहना है कि मौसम साफ होने के बाद थोड़ा ऊपर जाकर बर्फ के दीदार करने हैं। कुछ पर्यटक वाटरप्रूफ टेंट लगाकर उपमंडल संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले चूड़धार के जंगल में रह रहे हैं।
गौरतलब है कि परंपरा के अनुसार चूड़धार के कपाट अप्रैल माह में वैशाखी पर खुलते हैं तथा तब तक यहां यात्रा पर प्रशासन अथवा एसडीएम चौपाल द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है। चूड़ेश्वर सेवा समिति द्वारा भी खराब मौसम में चूड़धार की यात्रा न करने की अपील की जा रही है और मई माह में सेवा समिति यहां भंडारे व ठहरने की व्यवस्था करती है। चूड़धार में करीब एक फुट ताजा हिमपात पड़ चुकी है, जबकि चार से 5 फुट बर्फ पिछली भी जमी पड़ी है।
बर्फबारी से एक बार फिर से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। बारिश व ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी से समूचा क्षेत्र ठंड ने आगोश में ले लिया है। चूड़धार संपर्क करने पर स्वामी कमलानंद महाराज ने बताया कि आज भी सुबह से चूड़धार में बर्फ गिर रही है। सोमवार से लगातार यहां पर बर्फबारी हो रही है।