अजय सहगल । कांगड़ा
महामारी के दौर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) व सेवा भारती के सहयोग से समाजसेवी कैप्टन संजय पराशर कोरोना योद्धा के रूप में मोर्चे पर डटे हैं। इस कार्य में उनकी पत्नी सोनिका पराशर भी कंधे से कंधा मिलाकर जुटी हैं। दोनों दिन रात कोरोना मरीजों की सेवा में दिन-रात लगे हैं। मेडिकल उपकरण ही नहीं दवाएं और फूड पैकेट भी उपलब्ध करवा रहे हैं।
शनिवार को कैप्टन संजय पराशर ने डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज को आक्सीमीटर, पीपीई किट, ग्लब्स, एन-95 मास्क व दवाएं (जिंक की गोलियां) भेंट की। दो टेंपो दवा और खाद्य सामग्री भी भेजी है, जिसे देहरा व ज्वालामुखी में वितरित किया जाएगा।
कैप्टन संजय पराशर ने टांडा मेडिकल कालेज ही नहीं, ऊना व कांगड़ा के स्वाथ्य संस्थानों में मेडिकल व अन्य सामग्री वितरित की है। उन्होंने शुक्रवार को भी टांडा मेडिकल कालेज को 50 आक्सीमीटर दिए थे। शनिवार को कैप्टन संजय पराशर ने आक्सीमीटर, सेल, पीपीई किट, ग्लब्स, एन-95 मास्क व दवाएं प्राचार्य डा. भानू अवस्थी व चिकित्सा अधीक्षक डा. सुशील शर्मा को सुपुर्द कीं। डा. सुशील शर्मा का कहना था कि इससे कोविड मरीजों की काफी मदद होगी।
उन्होंने सारी सामग्री के लिए कैप्टन संजय पराशर व सोनिका पराशर का आभार जताया। इस मौके पर सेवा भारती कांगड़ा ने भी टांडा मेडिकल कालेज को सामान भेंट किया। उन्होंने कांगड़ा जिले के लिए संघ व सेवा भारती के सहयोग से पीपीई किट्स, ग्लब्स, सैनिटाइजर, मास्क, स्प्रे पंप, स्टीमर के साथ एक दस लीटर का आक्सीजन कंस्ट्रेटर भी भेंट किया।
इस दौरान सेवा भारती कांगड़ा के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाहक चंद्र भूषण शर्मा समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कैप्टन संजय पराशर का कहना था कि संकट की घड़ी में समाज के हर वर्ग के लोग पीडि़तों की सेवा में जुटे हैं। आरएसएस का काम ही मां भारती की सेवा करना है। वह भी कोशिश कर रहे हैं कि जरूरतमंदों की सेवा हो सके। संकट की घड़ी में वह सरकार के साथ खड़े हैं। जो संभव होगा मदद करेंगे। उन्होंने लोगों से कोरोना को हराने के लिए नियमों का पालन करने की अपील की।
सोनिका पराशर ने कहा कि हिमाचल की बेटी होने के नाते उनका कर्तव्य है कि वह अपनी कंपनी के माध्यम से कोरोना मरीजों की सेवा करें। इसी उद्देश्य के साथ वह अपने पति का साथ दे रही हैं। भगवान की आज्ञा से वह कोरोना मरीजों की सेवा में लगी हैं। उन्होंने फ्रंटलाइन वर्कर का भी आभार जताया कि वे महामारी के दौरे में मोर्चे पर डटे हैं। माता चिंतपूर्णी के आशीर्वाद से हम इस महामारी से जल्द निजात पा लेंगे।