सहजल बोले, दलितों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएं
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला
राज्य अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विकास निगम के निदेशक मंडल की बैठक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. राजीव सहजल की अध्यक्षता में हुई। इसमें मंत्री ने कहा कि एसटी-एसटी से संबंध रखने वाले लोगों के जीवन में आर्थिक और सामाजिक स्तर में और सुधार लाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए निगम को अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इन वर्गों के कल्याण के लिए और अधिक योजनाएं बनाने के लिए सरकार प्रयास करेगी।
युवाओं को शिक्षा और अपने अधिकारों के प्रति अधिक जागरूक होना होगा। इसमें निगम भी जागरूकता शिविर लगाकर उनकी सहायता कर सकती है। मंत्री ने निर्देश दिए कि निगम की त्रैमासिक बैठक आयोजित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने विभिन्न चरणों में एससी-एसटी के लोगों से जुड़ी समस्याओं का चरणबद्ध तरीके से समाधान सुनिश्चित करने को बल देने को कहा।
बैठक में निगम की अधिकृत पूंजी को मौजूदा 90 करोड़ से बढ़ाकर 110 करोड़ करने, स्वरोजगार योजना के अंतर्गत निर्धारित आय 35 हजार से 50 हजार तक बढ़ाने, दलित वर्ग व्यावसायिक प्रशिक्षण योजना के तहत मानदेय में वृद्धि, निगम के प्रशासनिक कार्यों पर हुए अतिरिक्त व्यय की प्रतिपूर्ति के लिए सहायता अनुदान ग्रांट इन एड संबंधी मामले सरकार के समक्ष रखने पर सहमति बनी।
इसके अतिरिक्त बैठक में पांच साल पूर्व के 50 हजार और उससे कम राशि के ऋण माफ करने संबंधी विषय पर भी चर्चा की गई। निगम में रिक्त पड़े पदों को भरने को भी मंजूरी प्रदान की गई। इस अवसर पर निगम उपाध्यक्ष जय सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग निशा सिंह, निदेशक गोपाल सिंह तथा निगम के गैर सरकारी सदस्य उपस्थित थे।