हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला: स्कॉलरशिप घोटाले में कुछ और अधिकारी-कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है। सीबीआई सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को सभी आरोपियों से छात्रवृत्ति घोटाले के बारे पूछताछ की। फिलहाल बुधवार को कोर्ट में पेश होने के बाद आगामी कार्रवाई होनी है।
करोड़ों की छात्रवृत्ति घोटाले में भले ही अब तक तीन आरोपी ही गिरफ्तार हो चुके हों, लेकिन सीबीआई बड़ी मछलियों की तलाश में हैं। बताया गया कि यही आरोपी आने वाले दिनों में कई राज खोल सकते हैं। 265 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में सीबीआई ने तीनों आरोपियों से मंगलवार को घंटों तक पूछताछ की। बीते चार जनवरी से सभी आरोपी रिमांड पर चल रहे हैं। ऐसे में बुधवार को सीबीआई कोर्ट में पेश किए जाएंगे।
सूत्रों के मुताबिक छात्रवृत्ति के इस खेल में सात से आठ मुख्य आरोपियों को सीबीआई कभी भी गिरफ्तार कर सकती है। करोड़ों रुपये की इस छात्रवृत्ति को फर्जी बैंक खाता और फर्जी प्रवेश के माध्यम से हड़पने वाले कई निजी शिक्षण संस्थानों पर सीबीआई की पैनी नजर है। यही नहीं, बल्कि उच्च शिक्षा विभाग के पूर्व अधिकारियों सहित स्कॉलरशिप ब्रांच में सेवाएं दे रहे कर्मचारियों से भी पूछताछ होगी।
छात्रवृत्ति घोटाले मामले में निजी शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारी और कर्मचारियों पर भी गाज गिर सकती है। सीबीआई जांच में सामने आया है कि शिक्षा विभाग में छात्रों के लिए तैयार किया गया ई-पास पोर्टल से भी छेडख़ानी की
गई है।
कुछ निजी शिक्षण संस्थानों को सताने लगा खौफ
प्रदेश सरकार द्वारा पहली जांच रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है। इसे देखते हुए अब सीबीआई कभी भी उच्च शिक्षा विभाग के ऐसे अधिकारी और कर्मचारी जिन्होंने पोर्टल के साथ छेडख़ानी की, उनसे पूछताछ करेगी। बीते शुक्रवार को तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद राज्य और राज्य से बाहर संचालित निजी शिक्षण संस्थानों को खौफ सताने लगा है। इस मामले में कई बड़े शिक्षण संस्थान सीबीआई के राडार पर हैं।