चंद्रमोहन चौहान। ऊना:मुख्यालय के साथ लगते गांव लालसिंगी में परिजनों ने अपने बच्चो को स्कूली बसों में बुरी तरह ठूंसे जाने रोष जताया। परिजनों ने दो स्कूली बसों को रोककर कुछ देर के लिए हंगामा भी किया।
गुस्साए अविभावकों ने मामले की जानकारी ऊना सदर के विधायक सतपाल रायजादा को देते हुए मौका पर बुला लिया। जिसके बाद विधायक ने मामले की जानकारी प्रशासन को दी। वहीं यातायात पुलिस ने बच्चों से ओवरलोड़ दो बसों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जब्त कर जांच शुरू कर दी है। इसी बीच विधायक ने प्रशासन से बच्चो की सुरक्षा के दृष्टिगत बसों की नियमित चैकिंग की मांग उठाई है।
बता दें कि पिछले कुछ अरसे में स्कूली बसों की हुई दुर्घटनाओं के बाद प्रशासन बेशक नहीं जागा है लेकिन अविभावक जागरूक हो गए है। सोमवार को ऊना के लालसिंगी में अपने बच्चो को स्कूली बसों में भेड़ बकरियों की तरह ठूंसे जाने से नाराज परिजनों ने एक निजी स्कूल की दो बसों को रोक लिया। ऊना सदर से कांग्रेस के विधायक सतपाल रायजादा के गृह गांव के अविभावकों ने बसों को रोकने के बाद विधायक को भी मौका पर बुलाया और प्रशासन को अवगत कराने की मांग उठाई।
जिसके बाद विधायक सतपाल रायजादा ने प्रशासनिक अधिकारियों को फोन कर ऐसी बसों पर कार्रवाई करने को कहा। विधायक के दखल के बाद आनन-फानन में यातायात पुलिस मौका पर पहुंची और दोनों बसों के दस्तावेज जांचने के बाद बसों को जब्त कर लिया। वहीं बसों में सवार बच्चो को स्कूल से अन्य तीन बसें मंगवाकर उसमें स्कूल भेजा गया।
विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कि कुछ समय पहले कांगड़ा के नुरपुर में एक बड़ा हादसा पेश आया था जिसके बाद सरकार और प्रशासन सबक नहीं ले रहे है। रायजादा ने कहा कि समाज का दायित्व बनता है कि अगर बसों में इस तरह बच्चों को ले जाया जा रहा है तो तत्काल उनके खिलाफ आवाज उठाएं।