करसोग। दिनेश कुमार
करसोग सिविल अस्पताल में सेवा दे रही स्काउट गाइड और एनसीसी की छात्राएं लोगों के लिए मिसाल कायम कर रही हैं। वे सुबह अस्पताल आती हैं, दिन भर मरीजों की गेट पर एंट्री करती हैं, उनको जागरूक करती है। मरीजों को सहारा देती हैं। जब वे काम पर होती हैं तो उनके चेहरे पर मानवता के लिए इस घड़ी में कुछ करने का सकून दिखाई देता है। और ये दृश्य देख कर फक्र होता है कि इंसानियत जिंदा है। उनका कहना है महामारी से डरने की नही लड़ने की जरूरत है।
इस संकट की घड़ी में किसी के साथ नहीं खड़े हुए तो इतिहास हमे माफ नही करेगा। हम कोरोना मरीजों से भेदभाव करके अपने इंसान होने का अधिकार खो रहे हैं।
करसोग राजकीय महाविद्यालय के लगभग 30 छात्र छात्राएं अपनी जिम्मेवारी बारी बारी निभा रहे हैं। लेकिन एनसीसी कैडेट मीना शर्मा एक महीने से अस्पताल में तैनात है। मीना शर्मा और उनके साथ तैनात स्काउट ज्योति महता ने कहा कि इस दौर में अपनी सुरक्षा अपने हाथ में हैं। कोविड नियमों का पालन करना चाहिए और अन्वश्यक रूप से बाहर न निकलें। कोरोना के बारे में फलाई जाने वाली अफवाहों से बचें।