वरिष्ठ संवाददाता, शिमला
टीजीटी पदनाम देने से पहले शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच होगी। उसके बाद शास्त्री व भाषा अध्यापकों को टीजीटी पदनाम का दर्जा दिया जाएगा। सरकारी स्कूलों में कार्यरत शास्त्री व भाषा शिक्षकों के टीजीटी पदनाम संबंधी आदेश होने के बाद विभाग ने इसमें आगामी प्रक्रिया शुरू कर दी है। बता दे कि विभाग ने जिलों से कितने शास्त्री व भाषा शिक्षक बीएड व टैट पास है, इसका ब्यौरा मांगा है।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग के निदेशक डा.वीरेंद्र शर्मा की ओर से सभी जिला उपनिदेशकों को यह निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत 1 सितंबर तक सभी जिलों को यह ब्यौरा देने को कहा गया है। इसमें शिक्षक का नाम, वर्तमान में जिस स्कूल में शिक्षक तैनात है, उसका नाम, बी.एड व टैट पास की तिथि सहित जानकारियां मांगी गई है।
गौर हो कि जो भाषा व शास्त्री शिक्षक टैट व बीएड पास है, उन्हें ही टी.जी.टी. पदनाम दिया जाएगा। सूत्रों की मानें तो इस समय लगभग 3 हजार शिक्षक ऐसे है, जो इसके लिए पात्र है या पात्रता पूरी कर रहे हैंं। हालांकि स्कूलों में शास्त्री शिक्षकों के स्वीकृत पद 5036 है, इसमें से 4225 भरे हुए हैं और 811 पद रिक्त है। इसी तरह भाषा अध्यापकों के 3115 पद स्वीकृत है, इसमें से 3006 पद भरे हैं, जबकि 109 पद खाली है।