मुंबई : आर्थिक नरमी को लेकर बढ़ती चिंता के बीच निजी बैंक , आईटी और ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में गिरावट से सेंसेक्स में सोमवार को 72 अंक की गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स सुबह में बढ़त के साथ खुला और आईटी , बैंकिंग और पेट्रोलियम एवं गैस कंपनियों की शेयरों में गिरावट से दोपहर बाद के कारोबार में इसमें गिरावट देखी गई।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 72.50 अंक यानी 0.18 प्रतिशत गिरकर 40,284.19 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार , नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 10.95 अंक यानी 0.09 प्रतिशत घटकर 11,884.50 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में एस बैंक में सबसे ज्यादा 4.08 प्रतिशत तक की गिरावट रही। इसके अलावा , बजाज ऑटो , महिंद्रा एंड महिंद्रा , हीरो मोटोकॉर्प , एचडीएफसी बैंक , ओएनजीसी और टीसीएस के शेयर 2.05 प्रतिशत तक गिर गए। इसके विपरीत , भारती एयरटेल , टाटा स्टील , सन फार्मा , पावरग्रिड , इंडसइंड बैंक , एक्सिस बैंक , भारतीय स्टेट बैंक , वेदांता और टाटा मोटर्स के शेयर 4.60 प्रतिशत तक चढ़े। कारोबारियों ने कहा कि वैश्विक बाजारों से सकारात्मक रुख के बावजूद आर्थिक वृद्धि में और गिरावट की आशंकाओं से घरेलू शेयर बाजार में धारणा कमजोर रही। कई रपटों में देश की आर्थिक वृद्धि दर में और सुस्ती आने की आशंका जताई गई है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख विनोद नायर ने कहा , ‘ ऐसा लगता है कि कंपनियों के दूसरी तिमाही नतीजों आने के बाद और इस हफ्ते प्रमुख आंकड़े जारी नहीं होने से बाजार उतार – चढ़ाव भरे दौर में जाता दिख रहा है। वैश्विक स्तर पर , निवेशक अमेरिका – चीन व्यापार तनाव के समाधान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम का इंतजार कर रहे हैं। इसके अलावा , ब्याज दरों को लेकर अमेरिका के केंद्रीय बैंक के भविष्य के रुख पर भी नजर रखी जा रही है। ‘
उन्होंने कहा , ‘अल्प अवधि में बाजार में उतार – चढ़ाव रह सकता है लेकिन दबाव वाली संपत्तियों को लेकर उठाए गए कदमों को देखते हुए बैंकों के अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है। ‘ अमेरिका – चीन व्यापार वार्ता को लेकर आशावादी रुख से हांगकांग , तोक्यो और शंघाई में बाजार मजबूती के साथ जबकि सोल में बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। यूरोपीय शेयर बाजारों में शुरुआती कारोबार में मिलाजुला रुख देखने को मिला।