हिमाचल दस्तक। पालमपुर
सुलह विस क्षेत्र की पंचायत काहनफट्ट के गांव देहरू का सीआरपीएफ में तैनात सैनिक अशोक कुमार श्रीनगर में उग्रवादियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हो गया है। शहीद की शहादत का पता चलते ही गांव में सन्नाटा छा गया है। शहीद की पत्नी व बच्चे पिंजौर में रहते है। जबकि अन्य परिवार देहरू में रहता है। घर में माता पिता व एक अन्य भाई की पत्नी रहती है। शहीद अशोक कुमार 2008 में भर्ती हुआ था। जबकि वह एक माह पहले ही घर आए हुए थे। पिता सरवन कुमार ने कहा कि उन्हें बेटे की शहीद होने की खबर उसकी पत्नी सुषमा से ही मिली थी। वह पिंजौर में बच्चों को साथ रहती है। जबकि अभी तक उन्हें प्रशासन की ओर से कोई जानकारी नहीं मिली है।
शहीद अशोक कुमार सीआरपीएफ में चालक के पद पर तैनात थे। सबसे पहले पत्नी को ही शहीद की शहादत का पता चला था। उसने ही अपने सुसर को इसकी सूचना दी थी। इसकी सूचना मिलते ही पिता सरवन व माता सैना का बुरा हाल है। गांव में इसकी सूचना मिलते ही वहां पर सारा माहौल गमगीन हो गया है। शहीद के पिता सरवन कुमार का कहना है कि अभी तक बेटे के पार्थिव शरीर के आने की उन्हें कोई सूचना नहीं मिली है। बताया गया कि इस इस मुठभेड़ में चार सैनिक घायल हुए थे। जिसमें अशोक कुमार व एक अन्य अस्पताल में दम तोड़ दिया। उधर, एसडीएम धीरा विकास जंवाल ने कहा कि उन्हें अभी ही सूचना मिली है।