कमल शर्मा। शाहतलाई
ग्राम पंचायत दसलेहड़ा में एकीकृत विकास परियोजना की चल रही किसान समीक्षा के अंतिम दिन मंगलवार को वार्ड एक व दो के किसानों ने बढ़चढ़कर भाग लिया। एकीकृत विकास परियोजना में प्रदेश की 10 जिलों की 428 पंचायतों को शामिल किया गया है। इस परियोजना की कार्य अवधि परियोजना 5 साल तक होगी।
इस दौरान ग्राम पंचायत दसलेहड़ा के उपप्रधान अजय शर्मा ने उपस्थित किसानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि एकीकृत विकास परियोजना (आईडीपी) केे आने से प्रदेश में हरियाली बढ़ेगी तथा आर्थिक स्थिति से जूझ रहेे किसानों की स्थिति अब मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि एकीकृत विकास परियोजना एक कृषि आधारित योजना है।
उन्होंने कहा कि एकीकृत विकास परियोजना का मतलब खेती के साथ पशुपालन समेत कई ऐसे काम जो न सिर्फ खेती में सहायक होंगे बल्कि किसानों की आमदनी को कई गुना बढ़ा देंगे। इसके तहत किसान अपने खेत से संबंधित उपलब्ध सभी संसाधनों का इस्तेमाल करके कृषि से अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर अपनी आय बढ़ाने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि ऐसी परियोजनाओं का लाभ उठाकर किसान कम लागत से कम जमीन पर मेहनत कर खेती से अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।
इस दौरान पंचायत के लोगों ने चैैैकडैम, पौधरोपण, कृृषि बीज, कृृषि औजार, फलदार पौधों की डिमांड लिखवाई। इस अवसर पर एकीकृत विकास परियोजना के वन प्रसार अधिकारी बचन सिंह ने वनों से संबंधित जानकारी देने के साथ-साथ वनों से मिलने वाले लाभों के बारे में बताया, जबकि सामाजिक प्रसार अधिकारी रीना शर्मा ने महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करने के बारे में विस्तृत जानकारी दी।