हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला
कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए इन दिनों राजधानी शिमला में कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है। लेकिन इस बीच भी करीब 1200 से 1300 गाडिय़ां रोजाना राजधानी शिमला पहुंच रही है। वहीं अगर 7 मई से अब तक कि बात करें तो शिमला में करीब 18,500 से ज्यादा गाडिय़ां शोघी बैरियर क्रॉस करके शिमला पहुंची है, जबकि 16,000 से ज्यादा गाडिय़ां अब तक शिमला से बाहर जा चुकी है। वहीं इतनी गाडिय़ों की आवाजाही से हैरानी इस बात की है कि कोरोना कफ्र्यू होने के बावजूद भी रोजाना राजधानी शिमला की सड़कों पर हजारों गाडिय़ां दौड़ रही है।
पुलिस के मुताबिक यह आंकड़ा शोघी बैरियर से शिमला में प्रवेश करने वाली गाडिय़ों का है। वहीं इन आंकड़ो में उन गाडिय़ों का रिकॉड नही है, जो रोजान शहर के अंदर ही सड़कों पर दौड़ती है। हालांकि कोरोना कफ्र्यू के चलते इन दिनों गाडिय़ों की आवाजाही आम दिनों के मुकाबले कम है। आम दिनों की बात करें तो रोजाना करीब 5000 से 6000 के करीब गाडिय़ां शिमला पहुंचती है, जिसमें पर्यटकों की गाडिय़ां भी शामिल होती हैं।
वहीं यह आंकड़ा टूरिस्ट सीजन के दौरान 10000 को पार कर जाता है। एचपी शिमला मोहित चावला ने बताया कि इन दिनों कोरोना कफ्र्यू के चलते शहर में गाडिय़ों की आवाजाही पर रोक है। उन्होंने कहा कि रोजान शहर में शोघी बैरियर से करिब 1200 से 1300 गाडिय़ां आवाजाही कर रही है। हालांकि इस दौरान सिर्फ जरूरी सामान की गाडिय़ां, मालवाहक गाडिय़ां और इमरजेंसी विकल्स को ही कफ्र्यू के दौरान बाहर जाने की अनुमति दी गई है और इन गाडिय़ों मेंं ज्यादातर गडिय़ां इसी श्रेणी की है।
उन्होंने बताया कि इसके अलाव कुछ गाडिय़ा इमरजेंसी विकल्स की श्रेणी में है, जबकि कुछ गाडिय़ां उन कर्मचारियों की भी है, जो इस कोरोना काल में भी अपनी सेवाएं नियमित रूप से दे रहे है।
पुलिस ने बढ़ाई रूटीन गश्त
एसपी शिमला ने बताया कि इन दिनों कई लोग नियमों की उल्लंघना करते हुए पाए जा रहे है। उन्होंने कहा कि कफ्र्यू या कफ्र्यू में ढील के दौरान लोग बिना वजह अपनी गाडिय़ां लेकर बाहर निकल रहे हैं। ऐसे में नियमों की उल्लंघना होता देख अब शिमला पुलिस ने अपनी रूटीन गश्त बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस ने जगह-जगह नाके और चेक पोस्ट भी लगा रखे हैं। उन्होंने कहा कि वो खुद भी आए दिन जिला के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और शिमला शहर और जिले में यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस अपनी पूरी सेवाएं दे रही है।