हिमाचल दस्तक, शिमला
नशा करने में शिमला जिला सबसे आगे चल रहा है। नशीले पदार्थो की सप्लाई भी यहां सबसे ज्यादा हो रही है। यह खुलासा राज्य के एडीजी सीआईडी एसपी सिंह ने सीआईडी मुख्यालय में प्रत्रकार वार्ता के दौरान की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नशे के खिलाफ लडऩे के लिए शीघ्र ही एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) का गठन होगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की घोषणा के बाद सीआईडी मुख्यालय ने इस संबंध में एक प्रस्ताव तैयार करके प्रदेश सरकार को भेज दिया है।
एडीजी एसपी सिंह ने कहा कि सीआईडी के स्टेट नारकोटिक्स क्राइम कंट्रोल यूनिट को भी टास्क फोर्स में शामिल किया जाएगा। बताया जा रहा है कि अभी इसके कुछ फील्ड यूनिट भी कुल्लू, कांगड़ा और शिमला में हैं। मंडी, ऊना और बद्दी में भी यूनिट स्थापित करना प्रस्तावित हैं। टास्क फोर्स मजबूत करने के लिए तकनीकी और प्रशिक्षण समन्वय यूनिट स्थापित किए जाने हैं। केंद्र सरकार का भी एक सुझाव था कि सभी राज्यों में टास्क फोर्स बने। सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भी चाहते हैं कि प्रदेश में एक ऐसी एजेंसी हो, जो अन्य एजेंसियों से समन्वय करे।
जिला वाइज मामलों का आंकड़ा
एसपी सिंह ने आंकड़े सामने रखते हुए कहा कि वर्ष 2021 में एनडीपीएस एक्ट में जिला शिमला में 231, कुल्लू में 206, कांगड़ा में 194, मंडी में 185, बिलासपुर में 156, ऊना में 118, सोलन में 108, चंबा में 87, सिरमौर में 85, हमीरपुर में 63, किन्नौर में 35, बद्दी में 65 और लाहौल स्पीति में दो मामले दर्ज किए गए हैं।