सिटी रिपोर्टर-शिमला
शिमला शहर फिर संकट में घिरता दिख रहा है। बरसात के बाद पेयजल योजनाओं में आई गाद के बाद अब पानी की सप्लाई बाधित होना शुरू हो गई है। यही वजह है कि सोमवार को आधा शहर प्यासा रहा। सोमवार को शहर में 33.76 एमएलडी पानी की सप्लाई हुई हैं। जिससे शहर के आधे हिस्से में भी पानी की सप्लाई नहीं हो पाई हैं। मानसून के चलते शहर की पेयजल परियोजनाओं में गाद की शिकायत आ रही हैं। यहीं कारण है कि शहर में लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा हैं। बारिश के बाद पेयजल स्रोतों में गाद आने से पंपिग प्रभावित हो रही है।
रविवार की बात करे तो शहर में 45.01 एमएलडी पानी की सप्लाई हुई। तो वहीं सोमवार को 33.74 एमएलडी पानी ही मिल पाया हैं। इसके अलावा शनिवार को शहर में केवल 37.6 एमएलडी पानी की ही आपूर्ति हो पाई। पिछले दो तीन दिनों से शहर को कम पानी मिल रहा हैं। ऐसे में लोगों को पानी की किल्लंत का सामना करना पड़ रहा हैं। जबकि रोजाना शहर के लिए 45 से 48 एमएलडी पानी की जरूरत रहती है। इससे शहर के कई क्षेत्रों में चार से पांच दिन बाद पानी मिल रहा है। उपनगरों में हालात खराब है। लोगों को हैंडपंप और बावडिय़ों से गंदा पानी पीने को मजबूर है।
रात से ही बंद है गिरि नदी से पंपिंग
शहर के सेंटर जोन के कुछ क्षेत्र व टूटू मज्याठ के अलावा पंचायती एरिया के साथ लगते शहरी एरिया में पानी की दिक्कत ज्यादा देखी जा रही हैं। शिमला जल प्रबंधन कंपनी के अनुसार बारिश से गिरि नदी में गाद आ गई है। रात से ही इस परियोजना में पंपिंग बंद है। सोमवार को गिरी परियोजना से मात्र 7.10 एमएलडी पानी की सप्लाई हुई हैं। जबकि इस परियोजना से शहर को सबसे ज्यादा पानी मिलता हैं। शहर को पानी देने वाली यह दूसरी बड़ी परियोजना हैं। जिससे शहर को 20 एमएलडी पानी की सप्लाई की क्षमता होती हैं।इस परियोजना से दस एमएलडी पानी की सप्लाई भी पूरी नहीं आ रही हैं।
शिमला जल प्रबंधन निगम के एजीएम सुमित सूद का कहना है कि वर्षा से पेयजल स्रोतों में गाद आने से पानी की आपूर्ति प्रभावित हुई है।
कहां से कितना पानी आया
परियोजना पानी आया एमएलडी
गुम्मा 16.63
गिरि 7.10
चुरठ 3.63
सियोग 0.60
चैयड़ 0.60
कोटी बरांडी 4.99
कुल 33.74