बृजेश चौहान। शिमला
विधानसभा बजट सत्र के दौरान भाजपा कांग्रेस में हुई धक्का-मुक्की पर अब सियासत और गरमाती जा रही है। इस पूरे घटनाक्रम का विरोध अब सड़कों पर किया जा रहा है।
इसी कड़ी में एनएसयूआई ने रविवार को राजधानी शिमला में भाजपा के मंत्री और नेताओं का विरोध किया। इस दौरान एनएसयूआई उपाध्यक्ष वीनू मेहता ने कहा कि जिस तरीके का व्यवहार विधानसभा में विपक्ष के नेताओं के साथ किया गया है, वह बहुत निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि विरोध करना विपक्ष का एक संवैधानिक अधिकार है और ऐसे में कांग्रेस के 5 विधायकों को विधानसभा बजट सत्र से निलंबित करना भाजपा की मानसिकता को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि विधानसभा के दौरान कांग्रेस ने नहीं बल्कि भाजपा के उपाध्यक्ष और मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कांग्रेस के नेताओं के साथ दुर्व्यवहार किया था। ऐसे में उन पर केस बनाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं पर झूठे केस बनाए गए हैं, ऐसे में जल्द से जल्द इन सभी झूठे केसों को वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो आने वाले दिनों में एनएसयूआई उग्र प्रदर्शन करते हुए भाजपा नेताओं का घेराव करेगी।