प्रवीन मुंगटा। शिमला
हिमाचल में हाल ही में हुए उपचुनावों में चारों सीटें हारने के बाद भाजपा का शिमला में महामंथन जारी है और ये तीन दिनों तक चलेगा। इसमें जहां 2022 के विधानसभा चुनावों को लेकर रणनीति बनेगी, वहीं उपचुनावों में हुई हार पर भी समीक्षा होगी।
भाजपा के दूसरे दिन के मंथन के बीच पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने शिमला में पत्रकार वार्ता में कहा कि हिमाचल के उपचुनाव में भाजपा चारों सीटें अति आत्मविश्वास के कारण हारी है और कहीं न कहीं उपचुनावों में भितरघात और अनुशासनहीनता भी हार के कारण रहे हैं। ऐसे में अब मंथन के बाद पार्टी भितरघात और अनुशासनहीनता करने वालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करेगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को वीरभद्र सिंह की सहानुभूति मिली जिसके चलते वे मंडी सीट जीते हैं वहीं महंगाई को भी कांग्रेस ने चुनावों में मुख्य मुद्दा बनाया। रणधीर शर्मा ने कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा कि उपचुनावों में मिली जीत से कांग्रेस ज्यादा उत्साहित न हो, क्योंकि 2022 में भाजपा ही सरकार बनाएगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस मुंगेरी लाल के हसीन सपने देखना बंद करे चूंकि “दिल्ली अभी दूर” है। उन्होंने कहा कि हिमाचल कांग्रेस गुटों में विभाजित है और 12-13 लोग मुख्यमंत्री बनने के सपने देख रहे हैं और कांग्रेस बिखरा हुआ गुट है।
भाजपा हार से सबक लेकर प्रदेश सरकार के 4 साल के कार्यकाल पूरा होने पर 27 दिसंबर से प्रदेश में महासंपर्क अभियान शुरू करने जा रही है। इसके माध्यम से कार्यकर्ताओं द्वारा केंद्र व प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा। इस अवसर पर केंद्र से बड़े नेता को हिमाचल बुलाया जाएगा।