सोनिया। शिमला
प्रदेश में कोविड के चलते शिक्षा विभाग ने स्कूल और कॉलेज शिक्षकों को स्टेशन न छोडऩे के आदेश जारी किए हैं। शनिवार को इस बारे में निदेशक उच्च शिक्षा की ओर से अधिसूचना जारी की गई है। इन आदेशों में कहा गया है कि शिक्षक जहां ड्यूटी दे रहे हैं, उसके आसपास 10 से 12 किलोमीटर के दायरे में ही शिक्षकों को रहना होगा। विभाग का कहना है कि जब शिक्षक अपने स्टेशन पर ही रहेंगे तो कोरोना के संक्रमण का खतरा भी कम रहेगा।
सभी जिलों के उप शिक्षा निदेशकों और कॉलेज प्रधानाचार्यों को सर्कुलर जारी कर दिया है। शिक्षकों और गैर शिक्षकों को चेतावनी देते हुए आगाह किया गया है कि अगर फील्ड का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी नियमों की अवहेलना करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। गौर हो कि प्रदेश के ग्रीष्मकालीन अवकाश वाले स्कूलों में 1 फरवरी से नियमित कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं, जबकि शीतकालीन अवकाश वाले स्कूूलों में 15 फरवरी से नियमित कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। 15 फरवरी से कक्षा 5 से 12वीं तक के सभी बच्चे स्कूल आकर नियमित पढ़ाई करेंगे।
शिक्षा निदेशालय में भी कोविड नियमों की सख्ती से पालना करने को कहा गया है। निदेशालय में आने वाले हर व्यक्ति का रिकॉर्ड रखा जा रहा है। शिक्षक और गैर शिक्षक एक से दूसरे जिले में ट्रैवल करते हैं। ड्यूटी पर जाने के लिए गाडिय़ों को पूल किया जाता है। विभाग ने गाडिय़ों को पूल करने पर पहले ही रोक लगा दी थी।
नियमित कक्षाओं में नहीं आनी चाहिए बाधा
शिक्षा निदेशक की ओर से जारी आदेशों में कहा गया है कि कोरोना के खतरे को देखते हुए 13 मार्च से स्कूल और कॉलेज बंद थे। अब नियमित कक्षाएं हो रही हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई में किसी तरह की बाधा नहीं आनी चाहिए। स्टेशन में रहकर ही बच्चों को पढ़ाएं, ताकि पूरा सिलेबस कवर करवाया जा सके।
ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से लगेंगी कक्षाएं
कॉलेजों में सोमवार से नियमित कक्षाएं शुरू होंगी। शिक्षा विभाग ने कॉलेज प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए हैं कि वे रविवार तक कॉलेजों को सेनिटाइज करवाएं। कॉलेजों में नियमित कक्षाएं शुरू करने के लिए कोविड नियमों के लिए पूरा प्रोटोकॉल तैयार करें। छात्र और शिक्षक सभी कक्षाओं में मास्क पहनकर आएंगे। बैठने के लिए सीटिंग प्लान भी बदला जाएगा, ताकि शारीरिक दूरी के नियमों की पालना हो सके।
स्कूलों में आ रहे मामले
एक फरवरी से स्कूल खुलने के बाद लगातार स्कूलों में कोरोना के मामले आ रहे हैं, जिनमें ज्यादातर शिक्षक हैं। मंडी जिला में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। इसके बाद से ही ये आदेश अब तुरंत प्रभाव से जारी कर दिए गए हैं। इसके साथ ही यह भी देखा गया है कि शिक्षक एक से दूसरे जिले में ड्यूटी करने जाते हैं। विभाग ने कहा कि स्टेशन और बाहरी राज्यों में न जाकर अपने स्टेशन पर ही रहें।