इलाज करवाने आने वाले मरीज हो रहे परेशान, ईएनटी में दो साल से अकेले ड्यूटी दे रहा डॉक्टर
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : रिपन अस्पताल में हर रोज सैकड़ों मरीज आते हैं, लेकिन डॉक्टरों की कमी के चलते उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को अपना इलाज करवाने के लिए कई दिनों तक अस्पताल के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
ईएनटी के डॉक्टर की ओटी हो तो ईएनटी सुबह से शाम तक खाली रहता है। ईएनटी में डॉक्टर 2 साल से अपनी ड्यूटी अकेले देते आ रहे हैं। यदि डॉक्टर की नाइट शिफ्ट लगा दी जाए तो दूसरे दिन भी ओपीडी खाली रहता है। इसकी वजह ईएनटी में एक ही डॉक्टर का होना है।
दो माह से नहीं स्किन का डॉक्टर
अस्पताल में 2 महीने से स्किन का कोई भी डॉक्टर नहीं है, जिससे कि मरीजों को काफी परेशानी आ रही हैं। सर्जरी में 2 से 3 डॉक्टरों की जरूरर रहती है, लेकिन वहां भी एक ही डॉक्टर है। सर्जरी के डॉक्टर की 3 दिन ओटी में ड्यूटी लगाई गई थी, जिससे कि सर्जरी ओपीडी तीन दिन तक खाली रहा। यदि गायनी के डॉक्टर की भी इमरजेंसी में ड्यूटी लगती है तो गायनी ओपीडी में एक ही डॉक्टर के होने के कारण ओपीडी खाली पड़ा रहता है। जो डॉक्टर ओपीडी देख रहे हैं उनकी नाइट और इमरजेंसी में ड्यूटी भी लगाई जा रही है।
अस्पताल में 12 फार्मासिस्ट की जगह है, जबकि अस्पताल में 6 ही फार्मासिस्ट हैं। शुक्रवार को रेडियोलॉजिस्ट के डॉक्टर की नाइट शिफ्ट लगने की वजह से शनिवार को ओपीडी खाली रहा व मरीजों को निराश होकर लौटना पड़ा। रिपन अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. लोकेंद्र शर्मा का कहना है कि अस्पताल में डॉक्टरों की कमी है। अस्पताल में 31 डॉक्टर की जरूरत है और 19 डॉक्टर अपनी ड्यूटी दे रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि अस्पताल में डॉक्टरों के खाली पदों को जल्द भरा जाए। इससे जहां मरीजों को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।