चंद्र ठाकुर। नाहन
जिला प्रशासन सिरमौर द्वारा शुरू किए गए सेवा सेतु सिरमौर पोर्टल पर आठ और सेवाओं को जोड़ा गया है। अब साउंड सिस्टम, फोटोग्राफी, टेंट हाउस, मंडप सजावट, शटरिंग, कंप्यूटर असेंबलिंग, पशुचारा व निर्माण संबंधी कार्यों से जुड़े सेवा प्रदाता भी अपना पंजीकरण कर सकते हैं।
सिरमौर में लॉकडाउन के दौरान लोगों की सेवाओं संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिए जिला सिरमौर प्रशासन की ओर से सेवा सेतु पोर्टल शुरू किया गया था। अब इस पोर्टल पर सेवाओं की संख्या 56 हो गई है और लगभग 920 विभिन्न सेवा प्रदाताओं ने पोर्टल पर पंजीकरण किया है। इस पहल से जहां एक तरफ लोगों को लॉकडाउन में सभी प्रकार की सेवाएं फोन कॉल के माध्यम से घर बैठे ही प्राप्त हो सकेंगी वहीं दूसरी तरफ लॉकडाउन की वजह से रोजगार खो चुके कुशल लोगों को काम मिलेगा। इस पोर्टल पर विभिन्न प्रकार के सेवा प्रदाता डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडॉटडीसीसिरमौरडॉटकॉम पर जाकर नि:शुल्क पंजीकरण कर सकते हैं। इस पोर्टल पर अभी तक लगभग 920 सेवा प्रदाताओं ने पंजीकरण किया है। इसमे मुख्यत: 130 बचाव कार्यों से जुड़े लोग, 111 होटल, 100 नाई, 58 किराने की दुकान, 56 इलेक्ट्रीशियन, 49 होम स्टे, 37 फल व सब्जी विक्रेता, 34 जेसीबी सेवा प्रदाता शामिल हैं।
इसके अलावा 39 टैक्सी सेवा प्रदाता व कार ड्राइवर, 30 लेखाकार, 33 कारपेंटर, 24 प्लंबर, 23 इलेक्ट्रॉनिक्स रिपयेर, 18 कृषि उपकरण बेचने वाले, 15 ट्यूशन अध्यापक, 14 टेलर, 10 वेल्डर, 8 नर्सरी पालक, 8 ऑर्गेनिक सब्जी व फल विके्रता, 8 ऑटो मैकेनिक, 8 गुड्स कैरियर, 8 जिम ट्रेनर, 9 ई-कॉमर्स सेवा, 6 लेबर, 6 केबल, 6 पेंटर ऑपरेटरए 5 कुक, 4 फार्मासिस्ट, 4 प्रिंटिंग प्रेस, 4 दूध वाले, 3 माली, 3 कार वर्कशॉप, 2 मिस्त्री, 2 रेस्टोरेंट, 2 सेल्समैन, 2 डॉक्टर, 1 साउंड सिस्टम, 1 कार क्लीनर, 1 मेड, 1 लांड्री, 7 मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव, 1 नैनी, 5 फोटोग्राफर, 1 फिजीयोथेरेपिस्ट, 1 स्वयंसहायता समूह, 1 ट्रैक्टर सेवा प्रदाता और 1 कलाकार शामिल हैं। अगर किसी व्यक्ति को इस पोर्टल को इस्तेमाल करने या पंजीकरण करने में कोई परेशानी सामने आ रही है तो वह नजदीकी लोक मित्र केंद्र में जाकर सहायता प्राप्त कर सकता है।
उपायुक्त सिरमौर डॉ. आरके परुथी ने बताया कि सेवा सेतु सिरमौर पोर्टल पर आठ और सेवाओं को जोड़ा गया है। अब इनकी संख्या 56 हो गई है। अभी तक लगभग 920 विभिन्न सेवा प्रदाताओं ने पोर्टल पर पंजीकरण किया है। उन्होंने बताया कि पंजीकरण प्रक्रिया के लिए सेवा प्रदाता के पास मोबाइल नंबर होना अनिवार्य है। इस पर ओटीपी के माध्यम से ही पंजीकरण प्रक्रिया पूर्ण होगी। इच्छुक व्यक्ति पंजीकरण स्वयं कर सकते हंै या व्यक्ति द्वारा दी गई जानकारी की जांच के बाद जिला प्रशासन द्वारा पंजीकरण प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी। पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद पंजीकृत सेवा प्रदाताओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा जिसके बाद वह सेवा प्रदान करना शुरू करेंगे।