सिर्फ बिझड़ी तहसील में कटेंगी 67000 रुपये की हमीर उत्सव की पर्चियां, लोगों का आरोप, राज्य स्तरीय हमीर उत्सव के नाम पर किया जा रहा चंदा इकट्ठा
अनिल कमलेश। बिझड़ी :उपमंडल बड़सर के सरकारी कार्यालयों में रेडक्रॉस, होली व हमीर उत्सव के नाम पर डोनेशन ली जाती रही है। कार्यालयों में काम करवाने पहुंच रहे लोगों को साथ में 10 से लेकर 100 रुपए तक की पर्चियां थमाई जा रही हैं।
हैरानी की बात है कि बिना लोगों को पूछे व उनकी सहमति लिए पर्चियां थमाई जा रही हैं। ताजा मामले में हमीर उत्सव को लेकर पर्चियां काटने का दौर शुरू हो चुका है। तहसील कार्यालय बड़सर, आरएल, कार्यालय बड़सर व तहसील कार्यालय बिझड़ी के अलावा अन्य कई सरकारी विभागों में भी राज्य स्तरीय हमीर उत्सव के नाम पर चंदा एकत्रित किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि तहसील कार्यालय में छोटे-छोटे काम के लिए पहुंचने पर भी 50 से 100 रुपए तक की पर्चियां काटी जा रही हैं, जबकि इन्हें काटने से पहले हमारी राय नहीं ली जा रही है।
लोगों का कहना है कि जब सभी तरह के शुल्क देने के बाद हमारा काम हो रहा है तो सरकारी कार्यालयों में पर्चियां काटना गलत है।
बताते चलें कि बिझड़ी तहसील कार्यालय को आगामी हमीर उत्सव के लिए 67000 रुपए की पर्चियां जारी की गई हैं। केवल एक महीने के अंतराल में कार्यालय को उत्सव के सफल आयोजन के लिए जमा करवानी है। साफ है कि राज्य स्तरीय हमीर उत्सव का भार आम लोगों के सर डाला जा रहा है। ऐसे ही एक मामले में 85 वर्षीय बुजुर्ग की 100 रुपए की पर्ची काट दी गई, जबकि उम्र के इस पड़ाव में वे कहीं आने-जाने में भी लाचार हैं।
जबरदस्ती पर्ची नहीं काटी जा सकती
एसडीएम बड़सर प्रदीप कुमार का कहना है कि हमीर उत्सव को लेकर टारगेट मिला तो है, लेकिन जबरदस्ती किसी की पर्ची नहीं काटी जा सकती। शिकायत आने पर कार्रवाई की जाएगी।