हिमाचल दस्तक। किन्नौर
अप्रैल माह में दिसंबर सी सर्दी लौट आने से जनजीवन पूरी तरह से पटरी से उतर गया है। पिछले करीब 45 वर्षों के बाद अप्रैल के अंत में भारी बर्फबारी दर्ज की गई है। जिला किन्नौर में लगातार तीसरे दिन भी लगातार बर्फबारी व बारिश जारी है। ऐसे में जिला किन्नौर में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यसत हो गया है।
जिले में बर्फबार व बारिश के कारण राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 सहित जिले के सभी लोकल संपर्क मार्गों पर यातायात पूरी तरह से ठप है। राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 रल्ली के पास ग्लेशियर आने से अवरुद्ध है वहीँ नाथपा के पास भी चट्टान गिरने से पूरी तरह से अवरुद्ध है। पोवारी से आगे भी कई स्थानों पर पहाड़ी से चट्टान गिरने से राष्ट्रीय उच्च मार्ग बंद है।
प्राप्त जानकारी अनुसार जिले के अंतिम गांव छितकुल में करीब अढ़ाई फुट, राक्छम के 2 फुट,सांगला में एक फुट से अधिक और कल्पा में करीब अढ़ाई फुट बर्फबारी दर्ज की गई।
एसडीएम कल्पा मेजर अवनिंद्र कुमार ने मीडिया से रू-ब-रू होते हुए कहा कि बेमौसमी बर्फबारी होने से जनजीवन पटरी से उतर गया है। राष्ट्रीय उच्च मार्ग भी पोवारी से आगे अवरुद्ध है वहीं रल्ली के पास ग्लेशियर आने से अवरुद्ध है।
उन्होंने कहा कि सांगला संपर्क मार्ग भी रूतुरंग के पास लैंड स्लाइड होने से अवरुद्ध है। इसी प्रकार बिजली के भी करीब 150 ट्रांसफार्मर को रिस्टोर करने का काम भारी बर्फबारी के बीच चला हुआ है।