हिमाचल दस्तक। धर्मशाला
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अजीत नैहरिया ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष का पक्षपातपूर्ण रवैया अत्यंत दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण है। विधानसभा अध्यक्ष पद की गरिमा को देखते हुए ऐसा पक्षपातपूर्ण रवैया पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने जैसा है।
शनिवार को जारी बयान में अजीत नैहरिया ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष एक संविधानिक पद पर आसीन हैं, इस पद पर आसीन व्यक्ति को यह नहीं भूलना चाहिए कि वह किसी पार्टी विशेष के नहीं बल्कि समूची विधानसभा के अध्यक्ष हैं।
आप जानते हुए भी विपक्षी सदस्यों के अधिकारों और विशेषाधिकारों से उन्हें वंचित रख रहे हैं, कांग्रेस पार्टी के विधायकों को सदन में बोलने का और अपनी बात रखने का पर्याप्त समय नहीं दिया जा रहा।
संविधानिक पद पर आसीन व्यक्ति का ऐसा पक्षपातपूर्ण रवैया पूर्णतः पद की गरिमा के विपरित है। उन्होंने कहा कि विस अध्यक्ष सदन की गरिमा, सदन के नियमों और आचरण को कायम रखने में पूरी तरह से असफल रहे हैं।
विधानसभा अध्यक्ष द्वारा असंतुलित व्यवहार करना एवं लगातार एक पार्टी विशेष के पक्ष में काम करना, सदन की गरिमा को बनाए रखने में विपक्षी सदस्यों का अध्यक्ष पद से बिस्वास खो देना, अध्यक्ष द्वारा लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा न कर पाना, विधानसभा के सदस्यों के अधिकारों और विशेषाधिकारों की रक्षा न कर पाना और सदन की कार्यवाही को नियमानुसार न चलाना, यह सभी बातें पद की गरिमा के अनुरूप नहीं हैं।