शकील कुरैशी: शिमला
हिमाचल प्रदेश की दूसरी राजधानी धर्मशाला में हो रहे मुख्य सचिवों के सम्मेलन से अलग विभिन्न केंद्रीय परियोजनाओं की समीक्षा का दौर भी चलेगा। वहां पर अलग-अलग मंत्रालयों के सचिव पहुंच रहे हैं, जिनके साथ हिमाचल के अधिकारी चर्चा करेंगे। यहां पर अलग-अलग मंत्रालयों के अधीन अलग-अलग विभागों द्वारा चलाए जा रहे केंद्रीय प्रोजेक्टों की समीक्षा की जानी है। पीएमओ से खासकर तौर पर इस संबंध में निर्देश हैं कि केंद्रीय प्रोजेक्टों की समीक्षा की जाए और देखा जाए कि हिमाचल प्रदेश में केंद्रीय परियोजनाओं की स्थिति क्या है। हिमाचल को आगे क्या कुछ जरूरतें हैं, उनकी कमी को कैसे पूरा किया जा सकता है। मुख्य सचिवों के इस सम्मेलन के बहाने हिमाचल के लिए कई और फायदे भी होने तय हैं। सूत्रों के अनुसार पीएमओ की ओर से यह कहा गया है कि समीक्षा करने के बाद योजनाओं पर तेजी बरती जाए और इसकी रिपोर्ट भी दी जाए।
हिमाचल प्रदेश को केंद्र सरकार ने 90:10 के अनुपात में कई प्रोजेक्ट दे रखे हैं और इन प्रोजेक्टों पर कहां तक काम हुआ है, उनसे क्या असर दिखा है इस सभी की समीक्षा की जाएगी। सूत्र बताते हैं कि धर्मशाला में मुख्य सचिवों के सम्मेलन से पहले बुधवार को धर्मशाला में उद्योग विभाग की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। इसके लिए उद्योग विभाग के अधिकारी धर्मशाला चले गए हैं, जहां पर बैठक के आयोजन के संबंध में चर्चा चल रही है।
बुधवार को केंद्रीय उद्योग मंत्रालय के सचिव वहां पर बैठक लेंगे और उस बैठक में अमृतसर-बद्दी कॉरिडोर पर चर्चा की जाएगी। लगभग 30 हजार करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में हिमाचल ने अपना प्लान बना लिया है, जिस पर धर्मशाला में चर्चा होगी। इसके साथ केंद्र को जो प्रोजेक्ट हिमाचल ने भेज रखे हैं उन पर भी वहां बातचीत की जाएगी। यहां बल्क ड्रग फार्मा पार्क का प्रस्ताव है, वहीं मेडिकल डिवाइस पार्क में क्या किया जा रहा है इसकी जानकारी दी जाएगी। ईवी पार्क की प्रस्तावना पर भी वहां चर्चा होगी।
कृषि संबंधी प्रोजेक्टों की भी होगी समीक्षा
इसके अलावा कृषि विभाग की भी महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। इसमें कृषि संबंधी प्रोजेक्टों की समीक्षा होगी जिनके सचिव भी वहां आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार शिक्षा, स्वास्थ्य, शहरी विकास, जल शक्ति व ऊर्जा विभाग से संबंधित मंत्रालयों के आला अधिकारी भी धर्मशाला आ रहे हैं, जिनके विभागों की बैठकें यहां पर की जाएंगी। इन बैठकों से बड़ा नतीजा सामने आएगा क्योंकि कई प्रोजेक्ट यहां पर फंसे हुए हैं, जिनको गति मिलने की उम्मीद है।