मंडी पुलिस ने आईजी मंडी रेंज को सौंपी रिपोर्ट , अब तक के सवालों के भी दिए जवाब
अजय कुमार। सरकाघाट/मंडी : सरकाघाट के समाहल गांव की 80 वर्षीय महिला के मुंह पर कालिख पोतने के मामले की मंडी पुलिस ने स्टेटस रिपोर्ट तैयार कर ली है। इस रिपोर्ट को मंडी एएसपी पुनीत रघु ने मंडी रेंज के आईजी वेणू गोपाल को उनके कार्यालय में जाकर सौंपी दी है।
मंडी पुलिस ने पूरे प्रकरण के सामने आने के बाद पुलिस ने क्या कार्रवाई की है, उसकी पूरी जानकारी स्टेटस रिपोर्ट में है। पुलिस के अधिकारियों की मानें तो यह स्टेटस रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय शिमला के निर्देश पर तैयार की गई है और पुलिस द्वारा इस स्टेटस रिपोर्ट को हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा। इसके अलावा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग सहित राज्य महिला आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग की ओर से मांगी गई जानकारी के जवाब में यही स्टेटस रिपोर्ट भेजी जाएगी। स्टेटस रिपोर्ट में 9 नवंबर को सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद महिला के मुंह पर कालिख पोते जाने के मामले में कब-कब क्या कार्रवाई की गई है इसका पूरा ब्यौरा दिया गया है।
क्या है स्टेटस रिपोर्ट में
- महिला प्रताडऩा मामले में पुलिस की ओर से तैयार रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि वायरल वीडियो के सामने आने के बाद ही मामला उजागर हुआ है। इससे पहले महिला के मुंह पर कालिख पोतने की कोई शिकायत पुलिस के पास दर्ज नहीं करवाई गई थी।
- महिला प्रताडऩा के मामले में अब तक कुल 24 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। गिरफ्तार लोगों में 15 पुरुषों और 9 महिलाएं हैं।
- गिरफ्तार आरोपियों में देवता की तथाकथित 22 वर्षीय पुजारी निशा भी शामिल है।
- अब तक सरकाघाट थाने में कुल 2 एफआईआर दर्ज की गई हैं। महिला की बेटी और जय गोपाल ने एफआईआर दर्ज करवाई है।
- स्टेटस रिपोर्ट में इन दोनों एफआईआर के बाद पुलिस द्वारा अमल में लाएगी कानूनी प्रक्रिया का भी पूरा हवाला दिया गया है।
- जांच कर रही एसआईटी का ब्यौरा दिया गया है। एसआईटी का डीएसपी सरकाघाट चंद्रपाल नेतृत्व कर रहे हैं।
महिला प्रताडऩा मामले में पुलिस की ओर से की गई कानूनी कार्रवाई का पूरा ब्यौरा स्टेटस रिपोर्ट में दिया गया है। स्टेटस रिपोर्ट आईजी मडी रेंज वेणू गोपाल को सौंपी गई है।
-पुनीत रघु एसपी मंडी।
लोग जेल में बंद घरों पर लटके ताले
सरकाघाट। महिला प्रताडऩा का मामला सामने आने के बाद धड़ाधड़ हुई गिरफ्तारियों के कारण कुछ घरों पर ताले लटक गए हैं। पूरे गांव में कोई ऐसा परिवार नहीं बचा है, जिनके घर से कोई गिरफ्तारी न हुई हो। इस मामले में तीन घरों पर ताले लग गए हैं। अनिल कुमार पुत्र केसर सिंह और उसकी पत्नी बीना देवी 8 महीने के बच्चे के साथ हवालात में बंद है। बीना देवी की दो बेटियां जो 8वीं और दसवीं कक्षा में पढ़ती हैं। दोनों को नाना-नानी अपने साथ ले गए हैं। ऐसे में घर पर ताला लटक गया है।
दूसरा परिवार स्व. बलवंत सिंह का है, जिसकी देवता की पुजारिन बेटी निशा, उसके दो भाई रिशु, शिशु और दो बहुएं सलोचना और बिमला भी हवालात में हैं और उनके घर भी ताला लगा है। तीसरा परिवार 72 वर्षीय अमरदेई का है। अमरदेई पीडि़त महिला की सगी बहन है। अमरदेई और उसका बेटा धन्तर सिंह सहित तीन बहुएं शकुंतला, कमला व सिमरो सभी मंडी जेल में बंद हैं और घर पर ताला लटका हुआ है।
ऐसी घटनाओं के खिलाफ अभियान चलाएगी ज्ञान-विज्ञान समिति
हिमाचल ज्ञान-विज्ञान समिति ने बुजुर्ग महिला से हुई बदसलूकी और उत्पीडऩ की कड़ी निंदा की है। समिति के राज्य सचिव जीयानंद शर्मा ने कहा कि 21वीं सदी में इस तरह की मानसिकता इंसानियत को शर्मसार करने वाली है। देव परंपरा और देवास्था के नाम पर कुछ असामाजिक तत्व इस संस्थान को शोषण, दमन और आपसी रंजिश निकालने का जरिया बना रहे हैं। समिति इस तरह के अंधविश्वासों और परंपरा के नाम पर होने वाली इस तरह की घटनाओं के खिलाफ व्यापक अभियान चलाएगी और लोगों को जागरूक करेगी। दो-तीन रथों वाले गुर-पुजारी पर कानूनी कार्रवाई की जाए।
देवताओं के नाम पर की गई कू्ररता से देवभूमि शर्मसार
शिमला। सरकाघाट के समाहल गांव की वृद्धा से देवी-देवताओं के नाम पर की गई क्रूरता से हिमाचल शर्मसार हुआ है। सक्षम गुडिय़ा बोर्ड की उपाध्यक्ष रूपा शर्मा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का इस घटना का कड़ा संज्ञान लेने के लिए धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि समाज के कुछ छोटी सोच वाले ठेकेदार महिलाओं को डायन, छूआछूत, अन्य कई मामलों जैसे देवताओं का हवाला देकर अकसर तिरस्कृत करते हैं। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार द्वारा कार्रवाई करना व जांच कमेटी का गठन कर जांच के आदेश देना मुख्यमंत्री की महिलाओं और किशोरियों के प्रति संवेदना और सम्मान को प्रदर्शित करता है।
शिमला में समाजसेवियों ने निकाली रैली
बुजुर्ग महिला के साथ हुई बदसलूकी मामले पर शिमला में समाजसेवियों ने रैली निकाली गई। सरकाघाट में बुजुर्ग महिला के मुंह पर कालिख पोतने पर समाजसेवियों ने रिज मैदान पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष मौन प्रदर्शन किया। समाजसेवियों ने प्रदेश उच्च न्यायालय के बाहर धरने पर बैठने और मुख्य न्यायाधीश को ज्ञापन देने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रिज मैदान के समीप ही रोक दिया। इसके बाद समाजसेवियों ने वहीं पर धरना शुरू कर दिया। समाजसेवियों की मांग है कि प्रदेश में देवता के नाम जो अपराध हो रहे हैं उनको गैर इरादतन हत्या की श्रेणी में लाया जाए।
सुकेत सर्व देवता कमेटी के अध्यक्ष ने की कू्ररता मामले की निंदा
सुंदरनगर। सुकेत सर्व देवता कमेटी के अध्यक्ष अभिषेक सोनी ने कहा कि सरकाघाट में हुई घटना ने पूरे देव समाज को कलंकित किया है। देवता के पुजारी और देवलुओं द्वारा अंजाम दी गई इस घटना से लोगों का देवी-देवताओं से विश्वास उठ जाएगा। सरकाघाट के उस मंदिर में तीन देवी-देवता के रथ हैं। सुकेत सर्व देवता कमेटी पहले से ही दो तीन रथों वालों के खिलाफ राज्य स्तरीय सुकेत देवता मेले में कार्रवाई अमल में लाई है।
देवता की आड़ में हुए महिला उत्पीडऩ मामले में सुकेत सर्व देवता कमेटी जल्द ही पूरे देव समाज को एकत्रित कर बैठक करेगी। प्रदेश के मंदिरों से गुर-पुजारियों और कारदारों को बुलाया जाएगा। बैठक में सभी मंदिरों का पंजीकरण मंडल स्तर या उपमंडल स्तर करवाना अनिवार्य होगा। मंदिर के पंजीकृत होने से सभी प्रकार की जानकारी सरकार के पास रहेगी। दो-तीन रथ वाले गुर, पुजारी पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।