वरिष्ठ संवाददाता: धर्मशाला
सेंट्रल यूनिवर्सिटी धर्मशाला के छठे दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती। उन्होंने स्टूडेंट्स से आह्वान किया कि वे हर कदम पर शिक्षा लेने के लिए तत्पर रहें। राष्ट्रपति ने कहा कि सेंट्रल यूनिवर्सिटी के 12 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं, ऐसे में यूनिवर्सिटी को अपनी एल्यूमिनी बनानी चाहिए, जिससे यहां पर शिक्षा ग्रहण कर जा चुके युवाओं का भी यूनिवर्सिटी को सहयोग मिल सके।
सेंट्रल विवि के 6वें दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति ने यूजी व पीजी के 10 स्टूडेंट्स को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति के हाथों गोल्ड मेडल हासिल करने वालों में सोनाली अवस्थी, आयुषी गौतम, अशिता सूद, हरीश कुमार, शिवानी, दीपिका, अमित कुमार,काजल शर्मा, अपूर्वा शर्मा और अंकुश कुमार शामिल रहे। राष्ट्रपति ने भगवान दत्तात्रेय का जिक्र करते हुए कहा कि उनके 24 गुरु थे तथा भगवान दत्तात्रेय ने समुद्र, भौंरे, धरती से जो भी सीख सकते थे, वो सीखा था। स्टूडेंट्स को जीवन रहने तक सीखते रहना चाहिए।
तिरंगे के लिए जान देने वालों की भूमि है हिमाचल
महामहिम राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा कि देवभूमि प्राकृतिक सौंदर्य, अध्यापक एवं शिक्षा के नगर धर्मशाला में सेंट्रल यूनिवर्सिटी के 6वें दीक्षांत समारोह में आकर प्रसन्नता महसूस कर रहा हूं। वीरभूमि हिमाचल के तिरंग के लिए जान न्यौछावर करने वालों की भूमि है। इस पावन भूमि को मैं नमन करता हूं। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत को प्रगति के नए सोपान तय करने हैं। भारत को विश्व में अपना विशेष स्थान बनाना है और जल्द बनाना है।
हिमाचल से 48 साल पुराना नाता
राष्ट्रपति ने कहा कि उनका हिमाचल से 48 साल पुराना नाता है, वर्ष 1974 में वह हिमाचल आए थे। हिमाचल का प्राकृतिक सौंदर्य और स्नेही लोग आकर्षित करते हैं और करते रहेंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की विभिन्न प्रणालियों को लागू करने वाला हिमाचल पहला राज्य बना है। यह अच्छा प्रयास है, जिससे बच्चों को लाभ होगा।
क्वालिटी एजुकेशन में हिमाचल नंबर दो पर
धर्मशाला। महामहिम राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा कि एसपीजी इंडेक्स 2020-21 के अनुसार जीआरएफ/नेट में माध्यमिक उच्चतर स्तर पर हिमाचल प्रदेश सर्वोच्च स्थान पर रहा है, जबकि क्वालिटी एजुकेशन में हिमाचल दूसरे नंबर पर है। हिमाचल में अनेक भाषा एवं बोलियां हैं। बेटियों के हर क्षेत्र में बढ़ते कदमों पर राष्ट्रपति ने कहा कि हर्ष का विषय है कि सेंट्रल यूनिवर्सिटी के गोल्ड मेडलिस्ट जिन्हें, उन्होंने सम्मनित किया, उनमें लड़कियों की संख्या अधिक हैं।
सिविल सर्विस परीक्षा में भी पहले तीन स्थानों पर बेटियां ही रही हैं। समान अवसर मिलने पर बेटियां आगे बढ़ रही हैं। यूनिवर्सिटी के शिक्षकों के लिए राष्ट्रपति ने कहा कि अन्न दान परम दान है, जबकि शिक्षा का दान उससे भी बड़ा है। शिक्षा किसी भी देश की आधारशिला होती है। राष्ट्रपति ने विश्वास जताया कि शिक्षक अपना दायित्व ईमानदारी से निभाते रहेंगे।