कहा, चेहतों को पहुंचाया जा रहा लाभ, सरकार कर रही नजरअंदाज
चंद्रमोहन चौहान, ऊना। कृषि विभाग के भूमि संरक्षण निदेशालय द्वारा किसानों को अनुदानित दर पर मुहैया करवाए जाने वाले ट्रैक्टर विवादों के घेरे में घिरते जा रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस सचिव विवेक शर्मा ने जारी प्रेस ब्यान में कहा कि ट्रैक्टर वितरण में धांधली हो रही है। ट्रैक्टर किसानों के नाम लिए जा रहे हैं और उनका प्रयोग खेती करने की बजाय व्यवसायिक कार्यों को अंजाम दे रहे हैं।
सरेआम हो रही इस धांधली की या तो प्रदेश की जयराम सरकार को बू नहीं आ रही है या फिर अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए नजरअंदाज किया जा रहा है। विक्कू ने कहा कि वितरण प्रक्रिया में हो रहे गड़बड़झाले के चलते करोड़ों रूपयों की लागत से शुरू की गई टै्रक्टर वितरण योजना पूर्ण रूप से असफल हो चुकी है।
इस योजना का लाभ पात्र लोगों की बजाय अपात्र लोग ले रहे हैं। मोटी कमाई करने के चक्कर में ये अपात्र लोग बिना लाईसैंस धारकों के हाथों में टैक्टरों को थमा रहे हैं। जिससे क्षेत्र में हादसों की तादाद भी बढ़ती जा रही है। विक्कू ने कहा कि ऐसे ही एक मामले में कुटलैहड़ क्षेत्र की एक पंचायत में प्रधान द्वारा लिए गए टै्रक्टर से एक प्रवासी टै्रक्टर चालक की भी मौत हो चुकी है।
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या प्रदेश सरकार सब जानते हुए भी आंखें मूंदे हुए है। कुटलैहड़ विस क्षेत्र में सब्सिडी पर वितरित किए गए अधिकतर टै्रक्टर या तो अवैध रूप से खनन के कार्यों को अंजाम दे रहे हैं या फिर अन्य कार्यों को कर मालिकों की बजाय ठेकेदारों या पंचायत प्रधानों की जेबें भर रहे हैं। विक्कू ने कहा कि इस मामले की कुटलैहड़ क्षेत्र में उच्च स्तर पर जांच होनी चाहिए। जिससे पता चल सके कि जिन किसानों के नाम पर टै्रक्टर वितरित हुए हैं। क्या ट्रैक्टर उन्हीं लोगों के पास हैं या नहीं हैं तो कहां गए।