देवेंद्र गुप्ता। सुंदरनगर
सुंदरनगर के नोलखा के पास फोरलेन के डंगे निर्माणाधीन हैं। बताया जा रहा है कि ये डंगे लेबर न होने के कारण अधूरे पड़े हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस चाल से भवाना से दड़ोर के लिए फोरलेन का काम चला हुआ, वह कई तरह के सवाल उठा रहा है। उक्त फोरलेन में ठेकेदार कंपनी सिजिल इंडिया अभी तक अपनी रणनीति ही नहीं बना पा रही है कि करना क्या है।
उन्होंने कहा कि फोरलेन में हर तरफ काम जोरों पर है, मगर इस पैच पर काम तब से ढीला है, जब से इसे ठेका मिला है। इसी की लापरवाही से सड़कों के किनारे तालाब बन गए हैं। उन्होंने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) से मांग की है कि उक्त फोरलेन के लिए एक रणनीति बनाई जाए, ताकि इस सड़क को आगे के सिरे के साथ जोड़ा जा सके।
उन्होंने कहा कि आजकल बाईपास के पास जो डंगे का काम चला हुआ, उससे भी लेबर काम छोड़कर भाग गई है। दूसरी तरफ कंपनी के अधिकारी कह रहे है कि काम दिन-रात चला है, मगर साइट पर चौकीदार के अलावा कोई नहीं मिलता है। अब तो यह साइट इतनी खतरनाक हो गई है कि अगर कोई वाहन चालक अपना नियंत्रण खो दे तो कोई भी हादसा हो सकता है।
उधर कंपनी डीपीएम प्रेम ने बताया कि आजकल सरिया मोडऩे का काम प्लांट में चला है। उन्होंने कहा कि लेबर पूरी है। जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।