हिमाचल दस्तक ब्यूरो। सुंदरनगर
सुंदरनगर सुकेत टैक्सी ऑपरेटर यूनियन के सभी सदस्यों द्वारा सरकार द्वारा यात्री कर माफ करने की अधिसूचना जारी करने के बाद भी यात्री कर में किसी भी प्रकार की रियायत न देने पर कड़ा एतराज जताया है। टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों में पूर्व प्रधान तारा तुंगला ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा यह आश्वासन दिया गया था कि 4 महीने तक टैक्सी ऑपरेटर, बस ऑपरेटर से कोई भी कर नहीं लिया जाएगा, लेकिन जब आज टैक्सी ऑपरेटर अपना टैक्स भरने के लिए एक्साइज डिपार्टमेंट के ऑफिस में गए तो अधिकारियों द्वारा इस प्रकार की किसी भी अधिसूचना पर अनभिज्ञता जताई गई तथा कहा गया कि सरकार की ओर से इस तरह का कोई भी आदेश नहीं आया है।
सभी टैक्सी ऑपरेटरों ने एक स्वर में कहा कि इस कोरोना महामारी के दौरान जहां लॉकडाउन पूरे देश व प्रदेश में लागू हुआ है, तब से टैक्सी चालकों को गाड़ी की किस्त देना व परिवार पालना भी मुश्किल हो गया है। इस समय सरकार को गाडिय़ों के बैंक लोन, रोड टैक्स तथा पैसेंजर टैक्स में राहत देनी चाहिए थी लेकिन सरकार द्वारा अधिसूचना जारी करने के बाद भी राहत न मिलना पूरे हिमाचल के टैक्सी ऑपरेटरों के साथ अन्याय है।
उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से निवेदन किया है कि यदि हिमाचल सरकार टैक्सी ऑपरेटरों की हितैषी है तो सरकार को तुरंत यह राहत टैक्सी चालकों को देनी चाहिए। सुकेत टैक्सी ऑपरेटर यूनियन के प्रधान चुन्नीलाल, उपप्रधान पाल शर्मा, पूर्व प्रधान तारा तुंगला, दयाल सिंह, श्यामलाल, गोपाल कृष्ण, वीरेंद्र, रमेश, यूसुफ व चमन राही आदि ने एक स्वर में सरकार से उनकी इस जायज मांग की तरफ ध्यान देने की गुजारिश की है। टैक्सी यूनियन ने सरकार से मांग की है कि अब पर्यटकों को प्रदेश में आने की अनुमति मिली है, तो अब उनको बॉर्डर से ही प्रदेश की सेनेटाइज्ड टैक्सियों में लाने की व्यवस्था भी लागू होनी चाहिए, ताकि टैक्सी ऑपरेटर को भी काम मिल सके।