लोगों के साथ स्कूली बच्चे भी ऊबड़-खाबड़ रास्ते से आने जाने को मजबूर, बाशिंदों के मांग उठाने के बावजूद पंचायत प्रतिनिधि नहीं दिखाते दिलचस्पी
राजेंद्र कुमार। स्वारघाट :
बिलासपुर एवं सोलन जिले की सीमा पर स्थित ग्राम पंचायत मलौण के तहत आने वाले गांव हरिजन बस्ती बानली कनैता के लोगों को आजादी के 74 वर्ष के उपरांत भी एक अदद पक्के रास्ते के लिए तरसना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत के समक्ष बार-बार रास्ता निर्माण के लिए आग्रह करने के बावजूद ग्रामीणों की कोई सुनवाई नहीं की जा रही है।
ग्रामीणों में शामिल छांगा राम, रामेश्वर, बुधराम, रामलाल, ओमप्रकाश, रामसिंह, कृष्णु राम, धनी राम, सीता राम तथा बालकृष्ण ने बताया कि वैसे कहने को तो पंचायत के पास 14वें वित्तायोग में पैसे की कोई कमी नहीं है, लेकिन जब भी ग्रामीण पंचायत से रास्ता निर्माण की बात करते हैं तो पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई जाती है। इसका ही नतीजा है कि आज दिन तक हरिजन बस्ती बानली कनैता से लेकर लोहरघाट स्कूल तक स्कूली बच्चों सहित ग्रामीणों के पैदल चलने के लिए एकमात्र टूटा-फूटा कच्चा रास्ता है।
बरसात में 2 किमी सफर मुश्किल भरा
ग्रामीणों का कहना है कि मात्र 2 किलोमीटर लंबे इस कच्चे रास्ते को पक्का न करने से स्कूली बच्चों सहित अन्य राहगीरों, विशेषकर बरसात के मौसम में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि बानली कनैता से हरिजन बस्ती बानली कनैता के लिए बनाए गए लिंक रोड का भी रखरखाव न किए जाने के कारण ग्रामीणों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
किसी के बीमार होने पर बढ़ जाती है दिक्कत
ग्रामीणों को मजबूरी में एंबुलेंस के न आ पाने से बीमार व्यक्ति को उठाकर मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ता है जबकि सड़क की रिपेयर होने पर वाहन ग्रामीणों के घर-द्वार तक आसानी से आ सकता है।
डीसी से लगाई गुहार, परेशानी की तरफ दें ध्यान
ग्रामीणों ने उपायुक्त सोलन से इस बाबत पत्राचार कर आमजन की इस परेशानी की ओर ध्यान दिलवाते हुए लिंक रोड को दुरुस्त करवाने सहित स्कूली रास्ते को पंचायत से पक्का करवाने की गुहार लगाई है ताकि ग्रामीणों को जल्द इस परेशानी से निजात मिल सके।
हरिजन बस्ती बानली कनैता के पक्के रास्ते को मनरेगा में डाला गया है। इसके लिए राशि भी स्वीकृत हो चुकी है। जहां तक इस गांव के बंद पड़े लिंक रोड की बात है तो प्रति वर्ष बरसात के बाद पंचायत द्वारा इस सड़क मार्ग को खोला जाता है। फि लहाल बारिश की वजह से इसे खोलने में परेशानी आ रही है। जैसे ही मौसम खुलता है, इस रोड को वाहनों के लिए सुचारू कर दिया जाएगा।
अंजू धीमान, प्रधान ग्राम पंचायत मलौण