एजेंसी। काबुल : तालिबान ने राजधानी काबुल समेत लगभग पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है। राष्ट्रपति अशरफ गनी और उप राष्ट्रपति अमीरुल्लाह सालेह ने देश छोड़ दिया है। राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अपने हेलीकॉप्टर में नकदी भर कर भाग गए हैं। तालिबान राष्ट्रपति भवन पर कब्जे के बाद हिब्तुल्लाह अखुंदजादा को अमीर अल मोमिनीन, यानी अफगानिस्तान का राष्ट्रपति घोषित कर दिया है। हिबतुल्लाह कंधार का रहने वाला है। तालिबान में मजहबी फैसले वही लेता है। हत्यारों और अवैध संबंध रखने वालों की हत्या का आदेश हिब्तुल्लाह ने ही दिया था।
अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने के बाद काबुल एयरपोर्ट पर भारी भीड़ हो गई है। फिलहाल एयरपोर्ट अमेरिकी सैनिकों के कंट्रोल में है। एयरपोर्ट पर हुई गोलीबारी में पांच लोग मारे गए हैं और कई लोग घायल हुए हैं। अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान सभी को यह मैसेज देने की कोशिश कर रहा है कि वो अफगानियों की जान-माल की हिफाजत करेगा। काबुल एयरपोर्ट के नजदीक कई ऐसी महिलाओं को गोली मार दी गई है, जिन्होंने हिजाब नहीं पहना था। अमेरिका ने कहा है कि वह एयरपोर्ट पर अपने 6 हजार सैनिक तैनात करेगा, ताकि नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। अभी काबुल एयरपोर्ट पर भगदड़ जैसे हालात हैं। देश छोडऩे के लिए लोग हजारों की तादाद में वहां जमा हो गए हैं।
उड़ते प्लेन से गिरकर तीन लोगों की मौत
सोमवार को हवा में उड़ते प्लेन से गिरकर 3 लोगों की मौत हो गई। यह मिलिट्री एयरक्राफ्ट था और जानकारी के मुताबिक, लोग इसकी बॉडी पर लटककर यात्रा कर रहे थे। काबुल शहर के आसमान में उड़ते प्लेन से गिरते लोगों का वीडियो भी सामने आया है। इसमें एक के बाद एक लोग नीचे गिरते दिखाई दे रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि देश छोडऩे के लिए ये लोग मिलिट्री प्लेन के टायरों के बीच में खड़े हो गए थे। काबुल एयरपोर्ट से टेक ऑफ करने के बाद जैसे ही प्लेन हवा में पहुंचा, ये लोग एक-एक कर नीचे गिरने लगे। शहर के लोगों ने इन्हें गिरते हुए देखा, लेकिन अभी तक इनकी पहचान नहीं हो पाई है।
तालिबान ने कहा, अब जंग खत्म
तालिबान के पॉलिटिकल प्रवक्ता मोहम्मद नइम ने अलजजीरा टीवी को एक इंटरव्यू दिया है। इसमें नइम ने कहा आज अफगानी लोगों और मुजाहिदीन के लिए बड़ा और महान दिन है। 20 साल के बलिदान और संघर्ष का फल आज वे देख रहे हैं। अल्लाह का शुक्र है कि जंग अब खत्म हो गई है। हम अलग-थलग नहीं रहना चाहते हैं और हम शांतिपूर्ण अंतरराष्ट्रीय संबंध चाहते हैं। हम किसी को भी नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते हैं और हम किसी को अपनी जमीन का इस्तेमाल किसी दूसरे को निशाना बनाने के लिए नहीं करने देंगे।
पाकिस्तान, चीन और ईरान ने किया तालिबान का खुला समर्थन
पाक पीएम इमरान खान ने सोमवार को तालिबान के अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होने का स्वागत किया। उन्होंने तालिबान की वापसी को दासती की जंजीरों को तोडऩे वाला बताया है। महिलाओं, युवाओं और आधुनिकतावादी विचारों को मानने वाले लोगों के लिए खतरनाक तालिबान का चीन और ईरान ने भी स्वागत किया है। एक तरफ चीन ने उम्मीद जताई है कि तालिबान का शासन स्थायी होगा तो वहीं ईरान का कहना है कि अमेरिका की हार से स्थायी शांति की उम्मीद जगी है। चीन ने सोमवार को कहा, हम उम्मीद करते हैं कि तालिबान अपने वादे पर खरा उतरेगा और देश में खुली एवं समावेशी विचारों वाली सरकार बनाएगा।
संयम बरते तालिबान: यूएनएससी
काबुल। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने सोमवार को अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे से पैदा हुए हालात पर एक आपात बैठक की। बैठक में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने कहा कि मैं सभी पक्षों खासकर तालिबान से गुजारिश करता हूं कि वे लोगों के जीवन की रक्षा करने के लिए संयम बरतें और मानवीय जरूरतों को पूरा करना सुनिश्चित करें। बीते एक हफ्ते में सुरक्षा परिषद की यह दूसरी बैठक है। गुटेरस ने कहा- मैं सभी देशों से शरणार्थियों को स्वीकार करने की अपील करता हूं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह सुनिश्चित करने के लिए एकजुट होना होगा कि अफगानिस्तान को दोबारा कभी आतंकवादी संगठनों के लिए पनाहगाह नहीं बनने दिया जाएगा।
भारतीयों को एयरलिफ्ट कर वापस लौटा ग्लोब मास्टर
भारतीय वायु सेना का एक सी17 ग्लोब मास्टर अपने नागरिकों को लेकर आज दोपहर में ही काबुल से भारत लौट आया है। अभी और भी विमान हैं जो भारतीय नागरिकों को एयरलिफ्ट कर के ला रहे हैं। वहीं, अमेरिकी सैनिकों ने काबुल एयरपोर्ट पर दो हथियारबंद लोगों को मार गिराया है।
अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर कदम उठाएगा भारत
अफगानिस्तान की घटना पर विदेश मंत्रालय का बयान आया है। भारत ने कहा है कि हम अफगानिस्तान की घटना पर करीब से नजर बनाए हुए हैं। हम अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर कदम उठाएंगे। हम जानते हैं कि अफगानिस्तान में कुछ भारतीय नागरिक हैं, जो वापस लौटना चाहते हैं और हम उनके संपर्क में हैं। हम हर भारतीय से अपील करते हैं कि वे फौरन भारत लौंटे। हम अफगान सिख, हिंदू समुदायों के प्रतिनिधियों से भी संपर्क में हैं।