सोनिया : शिमला।
प्रदेश के सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ रेट और आरटीपीसीआर टेस्ट की सुविधा प्राइवेट अस्पतालों में भी दी गई है ताकि ज्यादा से ज्यादा सैंपल की जांच की जा सके और संक्रमण का पता लगाया जा सके। इसके साथ ही रेट टेस्ट के लिए प्रदेश के सभी शहरों, कस्बों, गांव में भी लोगों की सुविधा के लिए अब टेस्टिंग बूथ बनेंंगे। इन सभी बूथ सेंटर मे हेल्थ केयर फैसिलिटी दी जाएगी और जहां कहीं भी कार्यालय, कॉलेज और कम्युनिटी सेंटर में खाली स्पेस है वहां पर ये बूथ बनाए जाएंगे।
प्रदेश के अस्पतालों में स्थित लैब में संक्रमण का पता लगाने के लिए ज्यादा संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। इस कारण इन लैब पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा और साथ ही कोविड में डयूटी के चलते स्टाफ भी कोविड संक्रमित हो रहा है। इस कारण स्टाफ की भी कमी खल रही है। ऐसे में इस बोझ को कम करने के लिए प्रदेश में जहां कहीं भी खाली स्पेस हैं वहां पर टेस्टिंग के लिए बूथ सेंटर बनाए जाएंगे। इसके साथ ही स्वास्थय विभाग की आकर से वॉक अन क्योस्क मशीनें प्रदेश केे विभिन्न शहरों में लगाने के निर्देश जारी किए गए हैं। इन बूथों में हफ्तों के सातों दिन टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध रहेगी। मिशन डायेक्टर एनएचएम डॉ निपूण जिंदल की ओर से ये आदेश जारी किए गए हैं।
एक बार पॉजीटीव आने पर दोबारा टेस्ट की जरूरत नहीं
स्वास्थय विभाग ने ये भी निर्देश जारी किए हैं कि एक बार रेट या आरटीपीसीआर टेस्ट करवाने के बाद दोबारा संक्रमित मरीज को टेस्ट करवाने की जरूरत नहीं है। वही जो लोग होम आइसोलेशन में है और उसके बाद रिकवर हो गए हैं उन्हें भी दोबारा टेस्ट की जरुरत नहीं है। भारत में रैपिड एंटी गन टेस्ट पिछले साल जून माह में शुरू किया गया था और अभी हर टेस्ट हेल्थ केयर सेंटर और कंटेनमेंट जोन में सीमित मात्रा में किया जा रहा है टेस्ट करवाने की अवधि 15 से 30 मिनट की है जिसके बाद वायरस को डिडक्ट किया जाता है । रेट टेस्टिंग की सुविधा जीवनधारा मोबाइल हेल्थ केयर सेंटर में भी उपलब्ध रहेगी।
आईसीएमआर पोर्टल पर देनी होगी जानकारी
प्रदेश स्वास्थय विभाग की ओर से स्थानीय प्रशासन इन बूथों में किसी भी प्रकार की भीड़ इकट्ठा ना होने के निर्देश जारी किए गए हैं। इसके साथ ही जो लोग अपना आरटीपीआर और रेट टेस्ट करवा रहे हैं उनकी उन सभी की जानकारी आईसीएमआर के पोर्टल पर भी डालना जरूरी रहेगा। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग में निर्देश जारी किए हैं कि जो लोग संक्रमण के लक्षण दिखाई देने पर टेस्ट करवा रहे हैं उन लोगों के लोगों के वैक्सीनेशन स्टेटस् को भी चैक किया जाएगा। सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि प्राइवेट और सरकारी लैब में आरटीपीसीआर टेस्टिंग की सुविधा सुनिश्चित करें। यह रेट टेस्ट आईसीएमआर के निर्देशों के मुताबिक ही किए जाएंगे।