विनोद ठाकुर : भरमौर
जनजातीय क्षेत्र भरमौर में निर्माणाधीन कुठेड़ हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट की टनल निर्माण के लिए की जा रही ब्लास्टिंग ग्राम पंचायत चन्हौता के दो गांवों के लोगों के लिए मुसीबत बन गई है परियोजना निर्माण के लिए लगातार की जा रही ब्लास्टिंग के चलते ग्राम पंचायत चन्होता के कथेड़ और लूणी गांवों के करीब 40 घरों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई जिसके चलते इन गांवों के ग्रामीण खौफ में जीने को मजबूर हैं ।
ग्रामीणों में मदन लाल,अशोक कुमार, किकर चन्द,सोहन लाल, सरवन कुमार, मचला राम,अर्जुन सिंह, पूर्ण चंद, और नन्द लाल आदि का कहना है कि इस परियोजना निर्माण के चलते हमे भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है तो वहीं कम्पनी प्रबंधकों के प्रति इस बात को लेकर खासा रोष है कि कम्पनी प्रबंधक घरों की मुरम्मत की बात कहकर यहां के लोगों के साथ मजाक कर रहे उनका कहना है कि जब घर की नींव ही नहीं बचेगी तो दरारों की लीपापोती का क्या औचित्य।
चन्हौता पंचायत प्रधान रोहित राही का कहना है कि इस मामले को वो लगातार कम्पनी प्रबंधकों और प्रशासन के समक्ष उठा रहे हैं लेकिन कम्पनी प्रबंधक महज इन दरारों की मुरम्मत कर अपनी जिमेवारी से भाग रहे है उनका कहना है कि बड़ी जल्दी कम्पनी प्रबंधकों ने हमारी मांगों पर गौर नही किया तो मजबूरन उन्हें निर्माण कार्य बंद करवाना पड़ेगा।