उपचुनाव तय करेगा मंत्री, विधायक और पदाधिकारियों का रिपोर्ट कार्ड
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : पच्छाद और धर्मशाला विधानसभा उपचुनाव में मंत्री से लेकर विधायक और पार्टी पदाधिकारियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार होगा। इसी आधार पर मंत्रिमंडल में खाली पड़े 2 पद और प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष पद को भरे जाने का आधार बनेगा।
भाजपा की तरफ से उपचुनाव में मंत्री और विधायक के अलावा पार्टी पदाधिकारियों की ड्यूटी भी लगी है, जिनकी परफार्मेंस यानि रिपोर्ट कार्ड तैयार होगा। इससे पहले यह परफार्मेंस लोकसभा चुनाव के समय भी तय की गई थी, जिसमें सभी नेता उम्मीदों पर खरा उतरे और भाजपा को सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में लीड मिली। अब एक बार फिर विधानसभा उपचुनाव होने हैं, जिसमें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ कांगड़ा और शिमला संसदीय क्षेत्र के नेताओं की साख दाव पर लगी है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश मंत्रिमंडल में इस समय मंत्रियों के 2 स्थान खाली है। इसमें से 1 पद अनिल शर्मा के ऊर्जा मंत्री पद से इस्तीफा देने के कारण खाली हुआ है, जबकि दूसरा पद खाद्य, नागरिक एवं उपभोक्ता मामले मंत्री किशन कपूर के सांसद बनने से रिक्त हुआ है। मौजूदा समय में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के अलावा कांगड़ा जिला से राकेश पठानिया को मंत्री पद का प्रमुख दावेदार बताया जा रहा है। डॉ. राजीव बिंदल के मंत्री बनने की स्थिति में विधानसभा अध्यक्ष पद को भी भरा जाना है।
सीएम 11 से धर्मशाला में कर सकते हैं प्रचार
प्रदेश में भाजपा के संगठनात्मक चुनाव का क्रम जारी है और प्रदेश अध्यक्ष पद पर दिसंबर माह में ताजपोशी होनी है। ऐसे में जिस जिला को मंत्री पद मिलता है, उसे प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की संभावनाएं कम है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के पच्छाद और धर्मशाला में रैलियों के करने का कार्यक्रम है। इसके तहत मुख्यमंत्री 11 अक्तूबर से धर्मशाला में चुनाव प्रचार पर उतर सकते हैं। उसके बाद वह 15 अक्तूबर को पच्छाद जा सकते हैं। इस तरह प्रचार का पूरा जिम्मा मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों पर होगा।
उपचुनाव में नहीं आएंगे भाजपा के केंद्रीय नेता
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : राज्य में हो रहे पच्छाद और धर्मशाला विधानसभा सीटों के उपचुनाव में भाजपा के केंद्रीय नेता नहीं आएंगे।
- जयराम सरकार अपने आप संभालेगी चुनाव प्रचार का जिम्मा
- कोर गु्रप की बैठक में उपचुनाव के साथ संगठन चुनाव पर चर्चा
बिलासपुर में मंगलवार को हुई भाजपा कोर गु्रप की बैठक में प्रदेश के संगठन ने उपचुनाव की रिपोर्ट कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के सामने रखी। पिछले दो चुनाव के आंकड़ों के साथ चुनाव प्रचार अभियान की रणनीति तक शेयर की गई। इसमें ही ये बात भी एक थी कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के मार्गदर्शन में इस उपचुनाव को खुद संभालेगी। इसमें दो पूर्व मुख्यमंत्रियों प्रेम कुमार धूमल और शांता कुमार का योगदान भी लिया जाएगा। इसी बैठक में भाजपा के संगठन चुनाव की रिपोर्ट भी रखी गई।
जेपी नड्डा को बताया गया कि राज्य के कुल 7727 बूथों में से करीब 5500 बूथों पर चुनाव हो चुके हैं। इसके बाद अब 11 अक्तूबर से 30 अक्तूबर तक मंडल के चुनाव होंगे। राज्य में पार्टी के 73 मंडल हैं। फिर जिला और फिर 15 दिसंबर तक प्रदेश का चुनाव होगा। ये जानकारी भी दी गई कि चुनाव पूरे करवाने के लिए किसको किस स्तर पर जिम्मेदारी दी गई है? नड्डा ने पार्टी के कार्यक्रमों को गंभीरता से तय समय के भीतर पूरा करने का आग्रह राज्य भाजपा से किया।
कांग्रेस के भी नहीं आएंगे दिल्ली से नेता
दूसरी ओर उपचुनाव लड़ रही कांगे्रस पार्टी के लिए भी इस उपचुनाव में प्रचार के लिए दिल्ली से हाईकमान का कोई बड़ा नेता नहीं आएगा। पार्टी की परंपरा के अनुसार उपचुनाव को प्रदेश कांग्रेस ही लड़ेगी। हालांकि प्रदेश कांग्रेस के ही पूर्व मंत्री जीएस बाली और सुधीर शर्मा आदि अभी तक प्रचार से दूर हैं और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह बीमार होने के कारण मैदान से बाहर हैं।