जावेद खान : चुराह।
चुराह उपमंडल की ग्राम पंचायत बघेईगढ़ में कई दशकों से बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया दो दिन तक लगातार हुई बारिश और बर्फबारी के दौरान इस पुल की नींव का डंगा धंस गया जिससे इस पुल में लगी तार का रस्सा एक तरफ से बैठ गया। ये पुल इलाके की छह पंचायतों को आपस मे जोड़ता है जिसके क्षतिग्रस्त होने से इलाके के लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। ये पुल इलाके की बघेईगढ़, चरडा, चांजू व देहरा, पंचायतों को दियोला व जसौरगढ़ पंचायतों के साथ जोड़ता है। ग्राम पंचायत बघेईगढ़ की प्रधान शकुंतला ने घटना स्थल का दौरा कर जायजा लिया। उन्होंने बताया कि पुल का एक तरफ का पिल्लर टूट गया है जिस वजह से पुल में लगी तार का रस्सा ढीला पडने से पुल एक तरफ को झुक गया है जिसपर आवाजाही संभव नही है। उन्होंने बताया कि ये लकड़ी का झूलेदार पुल है जो कई दशक पहले बना है।
कई बार इस पुल की रिपेयर भी हो चुकी है लेकिन कुछ वर्षों बाद इस पुल पर लगी लकड़ी सड़ जाती है। अभी भी इस पर लगी लकड़ी काफी जर्जर अवस्था मे है। बघेईगढ़ व चरडा पंचायत के कई ग्रामीणों का शमशान घाट इसी पुल के पार है। पुल क्षतिग्रस्त होने से मृत्यु संस्कार क्रिया करने में भी समस्या खड़ी हो सकती है। जब कठवाड घार बन्द होती थी तो यही एक मात्र पुल था जिसके माध्यम से उक्त चार पंचायतों के लोग दियोला जसौरगढ़ से होकर चम्बा आते-जाते थे।
इसी पुल के माध्यम से दियोला पंचायत के बच्चे जमा एक व जमा दो की शिक्षा ग्रहण करने बघेईगढ़ स्थित वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में आते हैं। और कई मरीज इसी पुल से होकर पी एच सी बघेईगढ़ में इलाज करवाने और अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए आते हैं।
जल्द इस मामले को लेकर वो ज़िलाधीश चम्बा से मुलाकात करके यहां पर लोहे के पक्के पुल के निर्माण हेतू प्रयास करेंगी। पंचायत प्रधान ने बताया कि फिलहाल इस आपात स्थिति से निपटने व लोगों को आने वाली परेशानी को कम करने के लिए वो एक वैकल्पिक रास्ते का निर्माण करवा रही हैं जिसका सारा खर्च वो स्वयं उठाएंगी।