धर्मचंद वर्मा। मंडी
कोरोना महामारी के चलते अब रेहड़ी फहड़ी वालों को अपनी रोजी-रोटी की चिंता सताने लगी है। और धीरे-धीरे रेहड़ी फहड़ी वालों का कारोबार खत्म हो रहा है। मंडी जिला रेहड़ी फहड़ी यूनियन के प्रधान सुरेंद्र कुमार ने बताया कि रेहड़ी फड़ी यूनियन द्वारा आज ऑनलाइन बैठक की गई। उन्होंने कहा कि बैठक में यह निर्णय लिया गया कि कोविड-19 के चलते रेहड़ी फहड़ी वालों का कारोबार पूरी तरह समाप्त हो चुका है और उन्हें अब अपने परिवार का पालन पोषण करना भी मुश्किल हो गया है।
उन्होंने कहा कि रेहड़ी फहड़ी यूनियन सरकार से मांग करती है कि रेहडी विक्रेताओं को कोविड-19 के चलते हर महीने 7500 रुपए और 35 किलो राशन फ्री दिया जाए, जिससे वह अपने परिवार का भरण पोषण कर सके। उन्होंने कहा कि नगर परिषद और नगर पंचायत के क्षेत्र में जो रजिस्टर वेंडर्स है उन सभी का किराया हर महीने निर्धारित किया गया है उसे माफ किया जाए।
उन्होंने कहा कि रेहड़ी फहड़ी यूनियन सरकार से यह भी मांग करती है कि प्रधानमंत्री निधि योजना के तहत जो लोन सहायता की राशि रेहड़ी फड़ी वालों को सरकार की तरफ से दी गई थी उसे भी माफ किया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती और रेहड़ी फहड़ी वालों का कारोबार एक बार पुण: सामान्य रूप से नहीं चल पड़ता। तब तक सरकार द्वारा उनको हर संभव सहायता प्रदान की जाए।