चंद्र ठाकुर।नाहन
प्रदेश सरकार की नीतियों से नाराज वन परियोजना कर्मचारी मंडल में तैनात कर्मियों ने सोमवार को कलमबंद हड़ताल शुरू की। विभिन्न मांगों को लेकर की गई इस शांतिपूर्ण हड़ताल मेें वन परियोजना कर्मचारी यूनियन के सभी पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित रहे। कर्मचारियों का आरोप है कि 19 अप्रैल, 2017 को सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में परियोजना के समस्त दैनिक भोगी व अनुबंध कर्मचारियों को हिमाचल प्रदेश मिड हिमालय परियोजना में नियमित आधार पर समायोजित किया गया। मगर अभी तक सरकार ने इसका वित्तीय लाभ किसी भी कर्मचारी को नहीं दिया है।
इसको लेकर समय-समय पर प्रदेश के मुख्यमंत्री, वनमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और विभाग के समस्त उच्चाधिकारियों को लिखित व मौखिक तौर पर कई बार अवगत करवाया जा चुका है। लेकिन इस संबंध में आज तक कर्मचारियों की मांगों पर कोई गौर नहीं किया गया। वन परियोजना कर्मचारी यूनियन के प्रधान मान सिंह, सचिव रीना शर्मा ने बताया कि कलमबंद हड़ताल प्रदेश के सभी जिलों में शुरू की गई है। इसका उद्देश्य कर्मचारियों की मांगों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करना है। उन्होंने कहा कि सोमवार को शुरू की गई कलमबंद हड़ताल प्रशासन और सरकार के लिए सूचना मात्र है, लेकिन भविष्य में लंबे समय के लिए भी इस हड़ताल को बढ़ाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि परियोजना की नाहन इकाई मेें 17 के करीब कर्मचारी तैनात थे, जिनमें से एक सेवानिवृत्ति हो गई है। एक अन्य कर्मचारी का निधन हो चुका है, जबकि एक अन्य आर्थिक तंगी के कारण नौकरी छोड़ गया है। सरकार की बेरुखी के चलते नौकरी छोड़ चुके कर्मचारी की बाहर मजदूरी करना मजबूरी बन गई है। इसके अलावा शेष अन्य कर्मचारी अभी परियोजना में ही सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन इसका लाभ अभी उन्हें प्राप्त नहीं हो पाया है। इस मौके पर दिनेश कुमार, कमलेश, रमेश, सतपाल, हुक्मीराम, स्वाति, राय सिंह, मुकेश, प्रदीप व भरत सिंह आदि उपस्थित रहे।