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धर्मशाला-पच्छाद के नतीजों से राकेश पठानिया-सुखराम चौधरी मजबूत
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पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ एक मंत्री का ऑडियो भी सरकार तक पहुंचा
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सीएम तय करेंगे कैबिनेट विस्तार संगठन चुनाव के पहले होगा या बाद
राजेश मंढोत्रा। शिमला : जयराम सरकार के मंत्रिमंडल में संभावित फेरबदल पर विधानसभा उपचुनाव का साया है। मुख्यमंत्री के लिए धर्मशाला और पच्छाद सीटों पर हुए इस उपचुनाव के अनुभव नए चेहरों के चयन में अहम होंगे। दोनों ही सीटों पर मुख्यमंत्री को न केवल कांग्रेस पर अपने दल के भीतर भी निगरानी बढ़ानी पड़ी थी।
चुनाव के दौरान और बाद ऐसे प्रमाण भी सरकार तक पहुंच गए हैं, जो किसी को मंत्री बनाने ही नहीं, बल्कि मंत्रिमंडल से हटाने का आधार भी बन सकते हैं। धर्मशाला सीट पर तो एक मंत्री और एक विधायक के फोन पर बातचीत के ऑडियो तक सरकार को मिल गए हैं, जो अपने पार्टी प्रत्याशी के विरोध में बातें कर रहे हैं। उपचुनाव की दोनों सीटों पर भाजपा के बागी इतने ज्यादा वोट ले गए कि जीत-हार का अंतर बेहद कम रह गया था। इसी उपचुनाव का फीडबैक है कि नूरपुर से विधायक राकेश पठानिया ने धर्मशाला और पांवटा साहिब से विधायक सुखराम चौधरी ने पच्छाद उपचुनाव में काफी मेहनत की। सरकार में ये भी मैसेज है कि पहली बार कैबिनेट में आए अधिकांश मंत्रियों के कामकाज से मुख्यमंत्री ज्यादा संतुष्ट नहीं हैं।
कांगड़ा में शांता कुमार भी एक मंत्री को लेकर फीडबैक दे चुके हैं। सिरमौर जिला से ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल को मंत्री बनाने की चर्चा फिर से पार्टी में है। पच्छाद उपचुनाव के बाद इसे इसलिए भी बल मिला है, क्योंकि मुख्यमंत्री को उनके चुनाव प्रबंधन को देखते हुए उन्हें चुनाव में भेजना पड़ा था। इतना तय है कि कैबिनेट की खाली दो सीटों को भरने के लिए होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार के साथ मंत्रिमंडल में फेरबदल भी होगा। हालांकि इसका समय क्या होगा, ये मुख्यमंत्री ही तय करेंगे। क्या वह संगठन चुनाव पूरा होने के बाद नए प्रदेश अध्यक्ष का इंतजार 15 दिसंबर तक करेंगे और सरकार के दो साल पूरे होने से ठीक पहले ये विस्तार करेंगे या फिर इसी महीने ये विस्तार होगा?
दिल्ली दौरे में केंद्रीय नेताओं से मुलाकात नहीं
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर रविवार को एक दिन के लिए दिल्ली में थे, लेकिन केंद्रीय नेताओं से इस दौरान कोई बात नहीं हुई। वह जालंधर से दिल्ली गए और संस्कृत भारती के कार्यक्रम में शामिल होकर सड़क मार्ग से रात को चंडीगढ़ लौट आए। सुबह वह ऊना में एबीवीपी के कार्यक्रम में हैं और इसके बाद पंजाब जाएंगे, जहां गुरु नानक जयंती कार्यक्रम में अमित शाह आ रहे हैं।