कोरी घोषणाएं ही साबित हुई डिपो की, सरकाघाट बस डिपो की बसें ही की गई हैं शिफट
भूपेंद्र सिंह ने जडे आरोप ठीक करो इसकी दशा को
हिमाचल दसतक, विजय ठाकुर/ बीडी मंडयाल। सरकाघाट/ धर्मपुर
उपमंडल मुख्यालय धर्मपुर में गत 24 फरवरी को परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर औऱ आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ने नये बस डिपो धर्मपुर का उद्घाटन किया था और साथ ही संधोल में सब डिपो खोलने की घोषणा की थी। लेकिन अभी तक ये कोरी घोषणाएं ही साबित हुई हैं औऱ बसों पर केवल डिपो का नाम बदलने औऱ धर्मपुर बस स्टैंड पर उद्घाटन पट्टिका लगाने तक ही सीमित होकर रह गया है।
यह डिपो सिर्फ कागजों में दौड रहा है जबकि इस पर धरातल पर कोई काम नहीं हो रहा है। हालात यह हैं कि धर्मपुर डिपु के लिए हेड आफिस से अभी तक न कोई नई बस मिली है और न ही कोई स्टाफ मिला है। यहां जो 6 तकनीकी कर्मचारी लगाए गए हैं, वह भी सरकाघाट डिपू के हैं। जिन्हें वहां से शिफ्ट किया गया है, और वे भी सरकाघाट डिपू के ही कर्मचारी हैं। सबसे मजेदार और हैरानी की बात यह है कि धर्मपुर बस डिपो अभी तक है ही नहीं, औऱ इसके लिए कोई रूट ही स्वीकृत नहीं हुए हैं। यह अभी तक सरकाघाट बस डिपो के हिस्से के रूप में ही ये डिपो चल रहा है। उक्त आरोप जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने लगाए हैं और बस डिपों की हालत पर चिंताव्यक्त की है।
अभी तक हुई नहीं है आरएम की नियुक्ति
धर्मपुर बस डिपो के लिए अभी आरएम भी नियुक्त नहीं हुआ है, और यहां कर्मशाला औऱ पेट्रोल पंप बनाने को भी स्वीकृति नहीं मिली है क्योंकि बस स्टैंड बाढ़ क्षेत्र में बना है जहां हर बरसात में पानी भर जाता है। इसलिए यहां पर ये दोनों चीजें नहीं बन सकती हैं, और अभी तक इसकी स्वीकृति भी नहीं मिली है। इस साल भी यहां पानी भर गया था और अभी तक बस स्टैंड के साथ निजी वाहनों के लिए बना रोड़ बहाल नही हुआ है और सभी गाडिय़ा बस स्टैंड के अंदर से चल रही हैं।
जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने बताया कि वर्तमान में बस रूट सरकाघाट डिपू के तहत पहले से ही स्वीकृत हैं। उन सभी पर बसें चलाने के लिए बीस नई बसें 35 ड्राइवर 32 कंडक्टर औऱ 15 टेक्निकल कर्मचारियों की जरूरत है। लेकिन सरकार औऱ मंत्री इन्हें उपलब्ध कराने में अभी तक के कार्यकाल में असफल साबित हुए हैं, और धर्मपुर डिपू और संधोल सब डिपू का नाम ही बसों पर पोतने औऱ उदघाटन पटिकाओं को लगाने तक ही सीमित हो गया है।
हालत को ठीक करे सरकार: भूपेंद्र सिंह
भूपेंद्र सिंह ने बताया कि बहुत से बस रूटों पर बसें नहीं चल रही हैं और पुराने रूटों को ही वर्तमान में एक्सटेंड किया जा रहा है जिससे यात्रियों को लंबा सफर तय करना पड रहा है और समय भी ज्यादा लगता है। अभी दो पहले ही आईपीएच मंत्री ने कमलाह से तौरखोला सड़क पर बसें चलाने को हरी झंडी दिखाई लेकिन इस रूट पर कोई नई बस सेवा शुरू करने के बजाए पहले से ही चल रही बसों को ही घुमा कर चलाने का निर्देश जारी किए हैं। इस बारे जिला पार्षद भूपेंद्र सिंह के साथ साथ हिमाचल किसान सभा खंड कमेटी के अध्यक्ष रणताज राणा ,महासचिव रामचन्द ठाकुर इत्यादि ने मांग की है कि धर्मपुर बस डिपू और संधोल सब डिपू के लिए निर्धारित मानदंडों के तहत बसें औऱ स्टाफ उपलब्ध करवाया जाए और नये रूट भी स्वीकृत किए जाएं। सरकार इसकी हालत को ठीक करे।
आरएम सरकाघाट नरेंद्र शर्मा ने कहा कि बस डिपो धर्मपुर सही काम कर रहा है। नया बस डिपो बनने से कई दिक्कतें आती है, लेकिन विभाग के सहयोग से इन्हें दूर किया जा रहा है। कोई भी चीज रातो रात नहीं बनती है। समय तो लगता है लेकिन बसें की आवाजाही पूरी तरह से करवाई जा रही है।