इन्वेस्टर्स मीट के लिए प्रदेश सरकार की थपथपाई पीठ
कहा, इन्वेस्टर फ्रेंडली पॉलिसी में सरकार के साथ की है बैठकें
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। धर्मशाला
जयराम सरकार में बहुत बड़ा बदलाव जल्द होगा। यह इशारा भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार ने धर्मशाला में किया। शांता कुमार से जब कुछ विभागीय लापरवाहियों के बाबत सवाल उठे तो उन्होंने यह कहा कि जल्द ही लोगों को जयराम सरकार में बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। दरअसल शांता कुमार उस सवाल के जवाब में उलझ गए थे, जब उनसे यह पूछा गया कि क्या धर्मशाला में पूर्व विधायक और मौजूदा सांसद किशन कपूर व शाहपुर से मंत्री सरवीण चौधरी का आपसी मनमुटाव धर्मशाला के विकास में रूकावट की वजह बना? इसके जबाव में उन्होंने कहा कि मेरे ध्यान में सबकुछ है और जल्द ही सुधार और बदलाव नजर आ जाएंगे।
धर्मशाला में मीडिया के साथ मुलाकात में शांता कुमार ने इन्वेस्टर मीट को लेकर कहा कि जयराम सरकार ने एक लंबे होमवर्क के बाद ग्लोबल इन्वेस्टर मीट का खाका तैयार किया है। उन्होंने यह खुलासा भी किया कि इन्वेस्टर्स को लाने के लिए जो नीति निर्माण हुआ है, उसमे उनकी भूमिका भी रही है। सरकार के अधिकारियों के अलावा उन्होंने जयराम ठाकुर से भी लंबी सिटिंग्स करके इस नई नीति को तैयार किया है। शांता ने दावा किया कि इस बार की नीतियां सरकार और प्रदेश को जनता के लिए वरदान साबित होंगी। जयराम की पीठ थपथपाते हुए कहा कि सरकार हर दिशा में बेहतरीन काम कर रही है।
इस मौके पर शांता ने कसौली के लिट फेस्ट पर स्व. खुशवंत सिंह से जुड़ी अपनी यादों को सांझा करते हुए उनके बेटे राहुल सिंह को सफल आयोजन के लिए बधाई भी दी और शिकवा और उनसे शिकवा भी किया। कहा कि इस चिंतन शिविर से निकली बातों और विचारों पर विवादों को नहीं उठना चाहिए। कसौली में जो नारेबाजी हुई है, वह उससे आहत हैं।
नियमों के मुताबिक प्रचार में हैं बिंदल
मुकेश ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के पच्छाद पर चुनाव प्रचार करने के आरोप के जवाब में अपना पक्ष वही बताया जो सीएम ठाकुर का था। यानि बिंदल परंपराओं का निर्वहन कर रहे हैं। पर जब उनसे यह सवाल किया गया कि परंपराएं अगर कांग्रेस ने ही डाली थीं और गलत थीं तो उनकी पार्टी क्यों कांग्रेस को फॉलो कर रही है। इसका जवाब शांता टाल गए।
10 स्टेट्स की पॉलिसी पढ़ीं…
शांता कुमार ने कहा कि नई पॉलिसी के ड्राफ्ट करने के लिए उन्होंने दस अन्य राज्यों की इन्वेस्टमेंट पॉलिसीज को मंगवाया। इनका सात दिन तक अध्ययन किया। उसके बाद ही सरकार के साथ इसको फ़ाइनल किया।
विरोध के लिए विरोध कर रही कांग्रेस
नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के इन्वेस्टर्स मीट पर तीखे बाणों से भी शांता असहज दिखे। उन्होंने कहा कि विरोध के लिए विरोध करना सही नहीं है। सरकार के साथ खड़े होना चाहिए। इसमे जनता का भी भला है। बेहतर होता कि कांग्रेस जनहित में लोगों की भलाई के साथ खड़ी होती।