शिमला से कल अभियान लांच करेंगे सीएम, मुख्य सचिव ने अभियान पर की समीक्षा बैठक
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : बेरोजगार युवाओं के आर्थिक पुनर्वास और शिक्षा ग्रहण न करने वाले बच्चों के लिए खेल, शिक्षा, ग्रामीण विकास विभागों को ऐसे युवाओं की पहचान कर उन्हें रोजगार उन्मुक्त, आजीविका क्षमता और आर्थिक निर्भरता में मदद के लिए आगे आना चाहिए। यह बात मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी ने मुख्यमंत्री द्वारा 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक नशा निवारण के लिए शिमला से शुरू किए जाने वाले विशेष अभियान से संबंधित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
नई बात यह होगी कि इस अभियान में पूरा माह हर गतिविधि की डेली रिपोर्टिंग होगी। किस दिन क्या कार्यक्रम हुआ? इसमें कितने लोग थे? आदि हर रोज विभागों को बताना होगा। उन्होंने कहा कि कौशल विकास निगम हिमाचल प्रदेश कौशल विकास परियोजना की प्रारंभिक क्रियान्वयन समिति है। विभाग द्वारा युवाओं को चिन्ह्ति कर निगम के साथ जोडऩे का कार्य करना चाहिए। स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों को रोजगार से जोडऩे और बेरोजगार युवाओं को चिन्ह्ति कर उनकी ऊर्जा को सही दिशा में लगाया जाना चाहिए, ताकि वह नशा माफिया के चंगुल में न फंसें।
उन्होंने प्रदेश में औद्योगिक इकाइयों के साथ संपर्क स्थापित करने और ऐसे युवाओं को आवश्यकता अनुसार कौशल विकास के अवसर प्रदान करने चाहिए। मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना को और प्रोत्साहित करने और युवाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर पैदा करना समय की मांग है। उन्होंने सभी विभागों और गैर सरकारी संस्थानों से आह्वान किया कि वह नशे की बुराई से लडऩे के लिए आगे आएं। बैठक में विभिन्न विभागों के अध्यक्षों और नोडल अधिकारियों ने भाग लिया।