हिमाचल दस्तक : विजय कुमार : संपादकीय : प्रदेश के सभी शहरों में भवन निर्माण के नियम एक जैसे होने से भवन निर्माण में सहूलियत होगी। नगर नियोजन विभाग ने सभी शहरों में एक जैसे निमयों के निर्माण के लिए काम शुरू कर दिया है। अब सेटबैक, पार्किंग और एटिक की ऊंचाई आदि के नियम एक समान बनाए जाएंगे।
इस काम को लेकर विभाग कितना गंभीर है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक विभागीय समिति का गठन कर लिया गया है। ये समिति काम को लेकर बहानेबाजी न कर पाए, इसलिए इसे टीसीपी सचिव को रिपोर्ट देने को कहा गया है। इसकी रिपोर्ट के आधार पर ही यह मामला कैबिनेट में जाएगा। यदि सब कुछ विभाग की योजना के मुताबिक हुआ तो शीघ्र ही सभी शहरों में एक जैसे भवन निर्माण नियम बन जाएंगे। वर्तमान में इस मामले में अपनी डफली, अपना राग वाली हालत है। सभी शहरों में अलग-अलग नियम हैं। इससे भवन निर्माण में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
हालांकि सभी शहरी निकायों में टीसीपी एक्ट लागू है। लेकिन शहरी निकाय ने अपनी सुविधा या प्रचलन के हिसाब से नियम बना रखे हैं। यही वजह है कि कहीं पार्किंग के लिए ढाई मीटर की हाइट है तो कहीं पूरे फ्लोर को ही पार्किंग बना दिया जाता है। एटिक में भी एकरूपता का अभाव है। स्लोप और अन्य बाइलॉज में भी जमीन-आसमान का अंतर है।
कुछ शहरों में नियमों में बहुत अंतर है। इनमें मनाली, ऊना और सोलन प्रमुख हैं। इसी कारण न केवल आवेदक के लिए ये प्रक्रिया असमंजस वाली है, बल्कि सरकार के लिए भी एनजीटी एवं अन्य अदालतों में चल रहे मामलों को डील करना मुश्किल हो जाता है। नई प्रक्रिया की खास बात यह है कि चार मंजिल तक अनुमति देने का प्रावधान एकमुश्त हो सकता है। विभाग की इस कवायद का लाभ सही मायने में लोगों को तभी मिलेगा, जब नियम सरल होंगे।