- पुलिस ने बढ़ाया जांच का दायरा, अपराध छिपाने वालों पर भी कसेगा शिकंजा
- बुजुर्ग महिला के कुछ रिश्तेदार व गांव के लोग आ सकते हैं जांच की जद में
- अब देवता के नाम पर अपराध करने वालों की भी खैर नहीं
अजय कुमार। सरकाघाट : समाहल गांव में महिला प्रताडऩा पर चुप्पी साधने वालों पर शिकंजा कसा जाएगा। पुलिस ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए अब चुप्पी साधने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का मन बना लिया है। इसकी जद में बुजुर्ग महिला राजदेई के कुछ नजदीकी रिश्तेदारों सहित गांव के कुछ लोग भी आ रहे हैं।
पुलिस राजदेई के साथ हुई कू्ररता मामले और सेवानिवृत्त अध्यापक जय गोपाल की ओर से दर्ज करवाई गई शिकायतों के आधार पर जांच कर रही है। पुलिस के अनुसार 6 नवंबर को महिला से कू्ररता की वारदात हुई है और इसी दिन शाम को जांच के लिए सरकाघाट थाने से हेड कांस्टेबल विजय घटनास्थल पर पहुंचे थे।
हेड कांस्टेबल ने समाहल गांव में राजदेई से हुई मारपीट के संबंध में ग्रामीणों से पूछताछ की है, लेकिन पूछताछ में शामिल ग्रामीणों ने मारपीट सहित महिला को जूतों की माला पहनाए जाने और मुंह पर कालिख पोते जाने की जानकारी देने की वजह सिर्फ इतना ही बताया कि राजदेई बस में सवार होकर कहीं चली गई है।
7 नवंबर को पीडि़त महिला के दामाद योगराज से हेड कांस्टेबल विजय कुमार ने फोन पर संपर्क साधा और महिला सहित मामले की जानकारी लेनी चाही तो वहां से भी सकारात्मक जवाब नहीं दिया गया और शिकायत पर कोई कार्रवाई न करने की बात कही गई। हेड कांस्टेबल ने पूरे मामले पर लिखी अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस पूछताछ के दौरान सिर्फ महिला से बदतमीजी किए जाने का ही उल्लेख किया गया है।
अब पुलिस उन लोगों पर भी शिकंजा कसने वाली है, जिन्होंने वीडियो वायरल होने से पहले तक चुप्पी साधे रखी। एसपी गुरदेव शर्मा ने कहा कि पता लगाया जाएगा कि लोगों ने पूरी वारदात का ब्यौरा छानबीन कर रहे पुलिस अधिकारी को क्यों नहीं दिया गया है।
शिकायत आते ही होगी कार्रवाई
महिला प्रताडऩा वीडियो वायरल करने पर भी लगाया प्रतिबंध
सरकाघाट। समाहल गांव में बुजुर्ग महिला से हुई कू्ररता मामले पर पुलिस सख्त हो गई है। पुलिस ने समाहल में हुई वारदात से सबक लेते हुए देव आस्था के नाम पर प्रताडऩा की शिकायतों पर अब सीधे ही कार्रवाई करने का मन बना लिया है। मंडी पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा ने साफ संकेत दिए हैं कि देव आस्था के नाम पर हो रही प्रताडऩा के मामलों में किसी भी स्तर पर पुलिस ढिलाई नहीं बरतेगी और शिकायतों पर कानूनी कार्रवाई करेगी।
पुलिस ने महिला की प्रताडऩा के वीडियो को वायरल करने पर भी प्रतिबंध लगाया है और सार्वजनिक रूप से चेतावनी भी जारी कर दी है कि अगर कोई महिला का वीडियो वायरल करता है तो पुलिस उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी। सोशल मीडिया पर मंडी पुलिस ने वायरल वीडियो को लेकर भी एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी के मध्य नजर रखते हुए वीडियो वायरल करना कानूनी अपराध है। एडवाइजरी मे कहा गया है कि महिला के मान सम्मान के मध्यनजर रखते हुए वीडियो वायरल करना अपराध है। एसपी गुरदेव शर्मा ने साफ कहा है कि देव आस्था के नाम पर प्रताडऩा की शिकायत आते ही सीधे कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
खाकी की साख बचाने को मंडी एसपी ने संभाला मोर्चा
समझौता करवाने से पिंड छुड़ाया ,वायरल वीडियो के बाद हुई कार्रवाई का किया खुलासा
सरकाघाट। देव आस्था के नाम पर महिला से हुई कू्ररता मामले में खाकी की साख बचाने के लिए मंडी एसपी गुरदेव चंद शर्मा ने मोर्चा संभाल लिया है। एसपी गुरुदेव शर्मा ने महिला प्रताडऩा की वायरल वीडियो के बाद पुलिस द्वारा की गई कानूनी कार्रवाई का खुलासा किया है। उन्होंने पुलिस द्वारा किसी भी स्तर पर समझौता करवाने के आरोपों को नकार दिया है।
एसपी ने साफ कर दिया है कि अगर पुलिस की लापरवाही किसी भी स्तर पर उजागर होती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकाघाट एसएचओ सतीश कुमार और हेड कांस्टेबल भवदेव को लाइन हाजिर किए जाने के मामले पर एसपी ने पुलिस का स्टैंड क्लीयर कर दिया है कि जांच को मध्य नजर रखते हुए ही दोनों को सरकाघाट थाने से हटाया गया है।
एसपी ने कहा कि पुलिस के पास आई शिकायतों के बाद पुलिसकर्मी जांच के लिए घटना स्थल पर जाते रहे हैं, लेकिन इस दौरान शिकायतकर्ता ही अपनी शिकायत वापस लेते रहे हैं। ऐसे में वायरल वीडियो से पहले पुलिस ने कोई कानूनी कार्रवाई अमल में नहीं लाई है। राजदेई और जय गोपाल ने अपने स्तर पर ही शिकायतों पर कोई कानूनी कार्रवाई न करने का आग्रह किया था।
इस कारण पुलिस किसी भी शिकायत के आधार पर वायरल वीडियो से पहले एफआईआर दर्ज नहीं कर पाई है। सरकाघाट पुलिस के पास जय गोपाल द्वारा की गई शिकायत के बाद पुलिस द्वारा की गई छानबीन में गोपाल के बयानों को संंबंधित प्रधान और उपप्रधान ने भी सत्यापित किया है। ऐसे में पुलिस द्वारा समझौता करवाने का कोई सबूत जांच के दौरान अभी तक सामने नहीं आया है।
राजदेई के चंदैश जाने पर देवता ने लगाई थी पाबंदी
6 नवंबर के दिन जब बुजुर्ग महिला राजदेई के साथ कू्ररता की जा रही थी उस समय प्रताडि़त महिला को कहां जाना है इसका फैसला भी देवता की मर्जी से ही हुआ था। पुलिस पड़ताल में पता चला है कि जब मुंह पर कालिख पोती गई राजदेई बस में चढ़ी थी तो देवता बस के आगे आ गया और चंदैश जाने से महिला को रोक दिया। इसके बाद देवता ने महिला को वरच्छवाड जाने की अनुमति दी और फिर सड़क से हट गया।
देवता हुए अकेले, रथ भी लावारिस
महिला कू्ररता मामले में जिस देवता का आश्रय लिया गया था आजकल वह अकेले ही हैं। इसके अलावा जिन रथों के सहारे लोगों को प्रताडि़त किया जाता था वह भी लावारिस से ही हैं। देवता को मानने वाले तो गांव में अभी भी बहुत से लोग मौजूद हैं,लेकिन प्रताडऩा का मामला सामने आने के बाद मंदिर में अब भक्तों का तांता नहीं है।
कू्ररता में शामिल बच्चे भी आएंगे लपेटे में
बुजुर्ग महिला कू्ररता मामले की जांच की जद में बच्चे भी आ गए हैं। वायरल वीडियो में दिखाई दे रहे बच्चों सहित अन्य बच्चों से पुलिस पूछताछ कर सकती है। एसपी ने कहा कि महिला प्रताडऩा मामले में शामिल बच्चों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और किसी को नहीं बख्शा जाएगा।