चंद्र ठाकुर। नाहन
हर पिता का एक सपना होता है कि उसकी अंतिम यात्रा उसके बेटों के कंंधों पर हो। विधी का विधान भी यही है, मगर शिलाई क्षेत्र के टिंबी-मिल्ला सड़क पर बीते सोमवार को हुए सड़क हादसे ने चड़ेऊ और क्षेत्र के लोगों को कभी न भूलने वाले जख्म दे दिए हैं।
वैसे तो घटना के बाद हर कोई हतप्रभ है, मगर चड़ेऊ के बलिया राम पर तो मानों को कुदरत का ऐसा कहर बरसा है, जिससे वह कभी उभर नहीं पाएंगे। इनके घर के दो चिरागों 19 वर्षीय सुरेश और 17 वर्षीय प्रवेश को यह सड़क हादसा लील गया है। बेटों के अंतिम संस्कार के समय पिता बलियाराम पर क्या बीती होगी। इसका अंदाजा लगातार भी रूह सिहर उठती है।
हालांकि बलिया राम ने अपने दोनों जवान बेटों की अर्थी का कांधा भी और उनका अंतिम संस्कार भी किया। मगर यह मंजर कितना भयावह और पीड़ादायक रहा होगा इस अंदाजा लगाना मुश्किल है। इसके अलावा हादसे में गंभीर रुप से घायल 21 वर्षीय अक्षय ने भी मंगलवार को पीजीआई चंडीगढ़ में दम तोड़ दिया है।
अक्षय भी घर के इकलौते चिराग बताए जा रहे हैं। बता दें कि हादसे में मारे गए मृतक अधिकतर युवा हैं। करीब दस से 26 वर्ष की आयु वाले इन युवाओं के जाने से क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है। एक यह अपूर्णीय क्षति है, जिसकी भरपाई होना मुश्किल है।
बहरहाल वर्तमान और पूर्व में हुए हादसों से प्रशासन, विभाग और स्थानीय नुमाइंदों को यहां की सड़कों की स्थिति के बारे में सुध लेने की आवश्यकता है। हालांकि हादसे का कारण क्या रहा है, यह तो जांच के बाद पता चलेगा। मगर इतना तो साफ दिखाई दे रहा है कि यदि सड़क में क्रैश बैरियर होते या फिर सड़क की स्थिति ठीक होती तो शायद इतने बड़ी अनहोनी होने से बच सकती थी।