सुभाष धीमान। तिनबड़
भवारना के नजदीक छोटे से गांव घोडनड़ में लड़कियों ने रली विवाह का आयोजन किया जो पूरा एक महीना चला। इसमें शादी की सभी रस्मों को निभाकर पूरा किया गया।
शादी में जाने-माने आचार्य, पुरोहित लव शर्मा और पिंकू शर्मा ने दोनों तरफ की हवन, फेरे इत्यादि सभी रस्मों को विधि-विधान से पूरा किया। इस दौरान कोविड गाइडलाइन्स का भी पूरा ध्यान रखा गया।
छोटे-छोटे बच्चों ने बहुत ही ख़ुशी के साथ इस आयोजन में भाग लिया और मंगलवार को भेडू महादेव खड्ड में मूर्तियां का विसर्जन किया। हिंदू धर्म में कुंआरी लड़कियां मन पसंद वर पाने की कामना से और विवाहित महिलाएं अपने पति की दीर्घ आयु की कामना और परिवार में सुख, शांति व समृद्धि के लिए भगवान शिव, पार्वती की अलग-अलग नामों से पूजा व व्रत करती हैं।
इनमें गणगौर, हड़तालिका, तीज जैसे कई धार्मिक पूजा के उत्सव मनाए जाते हैं। मां पार्वती को उमा, गौरी, मातृत्व, परमेश्वरी, शिव शक्ति, प्रेम, सौंदर्य, विवाह, संतान की देवी मानते हैं और शिव को देवों के देव महादेव मानते हैं।
पुराणों में शिव को विश्व की चेतना और पार्वती मां को विश्व की ऊर्जा बताया गया है। हमारे देश में ही नहीं बल्कि अन्य विदेश में भी भगवान शिव, पार्वती के भव्य मंदिर हैं जिनमें कंबोडिया में अंकोरवाट मंदिर, नेपाल में पशुपति नाथ, इंडोनेशिया में प्रवनंद मंदिर, मलेशिया में बाटू गुफा मंदिर ऑस्ट्रलिया में शिव विष्णु मंदिर, मॉरीशस में महेश्वर नाथ मंदिर, पाकिस्तान श्री स्वामी नारायण मंदिर, बंगला देश मे ढाकेश्वरी मंदिर, बाली दीप में तन्हालौट मंदिर जो सभी हिंदू समाज की धार्मिक आस्था के इतिहास को बारीकियों से रू-ब-रू करवाते हैं।