टेकचंद वर्मा : शिमला
प्रदेश की सैरगाहों पर सैलानियों की भरमार चल रही है। प्रदेश की सैरगाहों में भारी तादाद में सैलानियों के उमडऩे से पर्यटन कारोबार को पंख लग गए हैं। कोरोना काल के बाद यह पहला अवसर है कि जब समर सीजन के दौरान पहाड़ों पर इतनी संख्या में सैलानी पहुंचने लगे हैं। इससे पर्यटन कारोबारियों के चेहरे खिल गए हैं।
प्रदेश में वीकेंड सैलिब्रेशन के लिए बाहरी राज्यों से भारी तादाद में सैलानी पहुंचे हैं। इसके अलावा देश के मैदानी इलाकों में स्कूलों में छुट्टियों के होने से भी प्रदेश की फिजाओं का लुत्फ उठाने के लिए पर्यटक आए हैं। राजधानी शिमला के साथ-साथ धर्मशाला, डलहौजी, कुल्लू-मनाली सहित खजियार में भी भारी संख्या में सैलनियों की आमद दर्ज की गई है।
प्रदेश के कई जिलों में शनिवार रात व रविवार को दिन के समय बारिश दर्ज की गई है। बारिश होने से यहां पर तापमान में बीते दिनों के मुकाबले गिरावट आई है। ऐसे में राज्य के पर्यटक स्थलों का मौसम सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बन गया है। मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा राज्य में अगामी दिनों के दौरान भी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। राज्य में अगर बारिश होती है तो आगामी दिनों में भी सैलानियों की आमद जारी रहेगी।
70-80 प्रतिशत ऑक्सूपेंसी
सैलालियों की आमद पर्यटक स्थलों पर होटल अभी भी सैलानियों से पैक हैं। होटलों में ऑक्यूपेंसी 70 से 80 फीसदी रिकॉर्ड की जा रही है। कारोबारियों की मानें तो अगले दिनों के लिए भी होटलों में एडवांस बुकिंग करवाई गई हैं, जिससे अगामी दिनों क दौरान भी कारोबारी अच्छे कारोबार होने की उम्मीद है।
राजधानी शिमला में आफत बना जाम
राजधानी शिमला में सैलानियों की आमद से सड़कों पर वाहनों का भार बढ़ गया है। बाहरी राज्यों से भारी तादाद में वाहनों के पहुचने से शिमला की सड़कों पर जाम लग रहा है। इससे सैलानियों सहित स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।