देवेंद्र सूद। गगरेट
माल ढुलाई को लेकर भंजाल व अंब ट्रांसपोर्ट सोसाइटी का विवाद अब गगरेट पहुंच गया है। अंब ट्रांसपोर्ट सोसाइटी के सदस्यों ने गगरेट औद्योगिक क्षेत्र में स्थित 2 प्लांटों पर माल ढुलाई को लेकर अपना दावा जताया, जिसके बाद से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
रविवार को शिवा ट्रांसपोर्ट सोसाइटी अंब ने औद्योगिक क्षेत्र गगरेट में ल्यूमिनस उद्योग के दो प्लांटों में माल ढुलाई में लगे हुए न्यू विशाल हिमाचल ट्रांसपोर्ट सोसाइटी के ट्रकों की ढुलाई का कार्य करने से रोक दिया। इससे पहले अंब ट्रांसपोर्ट सोसाइटी ने भंजाल में विवाद किया था और उस क्षेत्र पर अपना हक जताया था।
औद्योगिक क्षेत्र गगरेट के इस क्षेत्र में दोनों ट्रांसपोर्ट सोसाइटी इससे पहले भी माल ढुलाई को लेकर वर्ष 2009 में भी आमने सामने आ चुकी है और तब भी जमकर तकरार हुई थी। उस समय गगरेट व अंब मात्र दो ट्रक यूनियन ही थी। दोनों में स्वां नदी को सीमा रेखा मानकर दोनों यूनियन ने अपने अपने कार्य क्षेत्र को विभाजित कर लिया था, लेकिन समय बीतने के बाद जीतपुर बेहड़ी में नए औद्योगिक क्षेत्र का विस्तार हुआ और भंजाल में वर्ष 2016 में एक ट्रांसपोर्ट सोसाइटी का गठन किया गया।
अंब ट्रांसपोर्ट सोसाइटी के पास 700, गगरेट के पास लगभग 1200 और भंजाल यूनियन के पास लगभग 85 ट्रक हैं। अब इन तीनों में क्षेत्र को लेकर विवाद हो रहा है। भंजाल ट्रांसपोर्ट सोसाइटी औद्योगिक क्षेत्र जीतपुर बेहड़ी में माल ढुलाई को लेकर अपना दावा जता रही है तो जबकि अंब ट्रांसपोर्ट सोसाइटी भी इस क्षेत्र पर अपना दावा ठोक रही है।
अंब और भंजाल में सहमति न होने पर अब अंब ट्रांसपोर्ट सोसाइटी ने गगरेट में अपना पुराना हिस्सा मांगा है, लेकिन अंब ट्रांसपोर्ट सोसाइटी के वर्ष 2009 के सहमति पत्र पर भी विवाद है, क्योंकि ये तीनों ट्रांसपोर्ट सोसाइटी सहकारिता विभाग के पास एक सहकारिता सभा के रूप में पंजीकृत है, ऐसे में इनका ऑपरेशनल एरिया वही माना जाएगा, जो कि राजस्व विभाग में दर्ज है।
बहहराल माल ढुलाई को लेकर उपजा यह विवाद अब गहराता जा रहा है। वही न्यू विशाल हिमाचल ट्रांसपोर्ट सोसाइटी के सदस्य भी अब इस मुद्दे पर लामबंद होना शुरू हो गए है।
क्या कहती हैं सोसाइटियां
न्यू विशाल हिमाचल ट्रांसपोर्ट सोसाइटी गगरेट के प्रधान सतीश गोगी ने कहा कि लिखित समझौता 2009 में हुआ होगा। हम पिछले 10 सालों से इन उद्योगों से माल ढुलाई का कार्य कर रहे हैं। यह क्षेत्र रेवेन्यू रिकॉर्ड में गगरेट का हिस्सा है।
अगर हमारे क्षेत्र में माहौल खराब करने की कोशिश की गईं, तो हम चुप नहीं बैठेंगे। भंजाल व अंब वाले आपस में बैठकर अपना विवाद सुलझाए। हम अपने सदस्यों से इस विषय मे बैठक करके फैसला लेंगे।
उधर, शिवा ट्रांसपोर्ट सोसाइटी अंब के प्रधान रजनीश कुमार ने कहा कि हमारे साथ 2009 में समझौता हुआ है। हम उसी हक से अपने ट्रकों के माल भाड़ा मांग रहे हैं।
वहीं शिवालिक ट्रांसपोर्ट सोसाइटी भंजाल के प्रधान मनजीत पटियाल ने बताया कि जीतपुर बेहड़ी पर हमारा हक है। भंजाल यूनियन के पास अपने ट्रक हैं और सहकारिता विभाग में रेजिस्टर हैं।