शकील कुरैशी। शिमला
हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर सरकार ने ट्रेकिंग को बंद कर दिया है। सभी जिलाधीशों को आदेश जारी किए गए हैं कि वह अपने यहां पर अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ट्रेकिंग की इजाजत ना दें। इन क्षेत्रों में केवल पहली मई से 15 सितंबर तक ही ट्रेकिंग हो सकेगी। 15 सितंबर के बाद किसी को भी इजाजत नहीं मिलेगी।
राज्य में ट्रेकिंग में गए ट्रेकरों के गायब होने का सिलसिला नहीं थम रहा है। कुल्लू के रत्नी टिब्बा में अभी भी चार लोग गायब हैं। उनकी तलाश में एनडीआरएफ की टीम भी लगी हुई है। यह टिब्बा मलाणा की तरफ से होकर जाता है जिसपर ट्रेकिंग के लिए पश्चिम बंगाल के कुछ गए लेकिन अब तक वापस नहीं लौटे हैं। ऐसे में सरकार के सामने एक बार फिर से चिंता उत्पन्न हो गई है कि आखिर इस तरह के मामलों को कैसे रोका जाए।
बताया जाता है कि पिछले साल ट्रेकिंग को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग ने कुछ जरूरी दिशा निर्देश जारी किए थे जिनको अमल में लाने के लिए सभी जिलाधीशों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसके मुताबिक 15 सितंबर के बाद अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर ट्रेकिंग पर पूरी तरह से रोक रहेगी। केवल मई महीने में ही यह बंदिश हटाई जा सकेगी।
जारी निर्देशों में बताया गया है कि पिछले साल खिमलोग पास में इस तरह का हादसा हो चुका है जिसमें ट्रेकर गायब हुए वहीं इसके बाद कुल्लू के रतनी टिब्बा में भी ऐसा ही मामला सामने आया है।